कुरुक्षेत्र: 2018 से लंबित पड़ी मांगों को लेकर शाहाबाद में आशा वर्करों ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के आवास स्थान पर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और आशा वर्करों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
आशा वर्कर्स का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
पत्रकारों से बातचीत में आशा वर्करों ने कहा कि उन्होंने पहले भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है लेकिन उनकी मांगों को लेकर अब तक कोई भी जवाब नहीं आया और ना ही सरकार की तरफ से कोई उचित कदम उठाया गया है. उन्होंने बताया कि 7 अगस्त से प्रदेशभर की 20 हजार आशा वर्कर धरने पर बैठीं हैं, फिर 28 अगस्त को विधानसभा का घेराव किया गया था और इस दौरान पूर्व मंत्री बेदी ने उनसे मांग पत्र भी लिया था.
आशा वर्कर ने रानी देवी ने बताया कि पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वो मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष उनकी बात को रखेंगे लेकिन अभी तक सीएम तक हमारी बात नहीं पहुंची है.
मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की दी चेतावनी
आशा वर्करों का कहना है कि 1 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं करवाई गई है. उन्होंने बताया कि अगर अब भी हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम 29 सितंबर को करनाल में मुख्यमंत्री के घर का घेराव करेंगे. जिसमें प्रदेशभर की बीस हजार आशा वर्कर शामिल होंगी.
आशा वर्कर रानी देवी ने कहा कि सरकार ने उन्हें 2G सिम दिए थे और फिर अब 4G सिम दिए गए हैं, कई आशा वर्करों के पास 4G फोन नहीं है, कुछ आशा वर्कर गरीब और विधवा हैं और वो स्मार्ट फोन नहीं ले सकतीं. उनकी मांग है कि उन्हें 4G फोन भी दिया जाएं.
पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी आज करेंगे आशा वर्कर्स से मुलाकात
पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी ने आशा वर्करों को आश्वासन दिया है कि 28 सितंबर को आशा वर्करों के प्रतिनिधिमंडल से स्थानीय विश्राम गृह में मुलाकात की जाएगी. जिसमें उनकी जायज मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.
आशा वर्करों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री ने माहामारी कार्य समिति का गठन किया है. आशा वर्करों द्वारा 29 सितंबर को मुख्यमंत्री के आवास स्थान के घेराव के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदर्शन की नौबत नहीं आने दी जाएगी. 28 सितंबर को ही इनकी मांगों को पूरा करने का काम करेंगे.
ये भी पढ़िए: यमुनानगर में खनन सामग्री से भरे ट्रकों को लेकर हरियाणा और यूपी पुलिस में हुआ विवाद