करनालः सीएम सिटी करनाल को स्मार्ट सिटी का दर्जा हासिल है और हाल ही में शहर को कूड़ा मुक्त शहरों में देश में तीसरा और उत्तर भारत में पहला स्थान मिला है. लेकिन अगर शहर में गंदगी की बात की जाए तो जमीनी हकीकत स्मार्ट सिटी और कूड़ा मुक्त शहर के दर्जे पर सवाल खड़े कर रहे हैं. शहर में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है.
कम्युनिटी हॉल की हालत खस्ता
शहर के प्रेम नगर स्थित मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निवास स्थान से मात्र 200 मीटर की दूरी पर नगर निगम के कम्युनिटी हॉल की हालत बद से बदतर है. कम्युनिटी हॉल के अंदर की बात करें तो कई जगहों पर छत टूटी हुई है. दरवाजे, खिड़कियां और शीशे टूटे हुए नजर आ रहे हैं, इसके साथ-साथ बिजली के बोर्ड उखड़े हैं और उनमें से बाहर निकली बिजली की नंगी तारे किसी हादसे को न्योता दे रही हैं. कम्युनिटी हॉल के बाहर पार्किंग की जगह झाड़ियों में तब्दील हो चुकी है. जहां पर खाना बनाया जाता है, वहां पर भयंकर रुप से गंदगी फैली हुई है, जिसके कारण मक्खी मच्छर और बदबू का आलम है. जिससे लोगों के बीमार होने का भी खतरा है.
पानी की हो रही बर्बादी
केंद्र और प्रदेश की सरकारें पानी बचाने के लिए अभियान चला रही हैं. लेकिन कम्युनिटी हॉल की छत पर बनी पानी की टंकी से हर रोज लाखों लीटर पानी बहता रहता है. मामले के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार बताया जा चुका है. लेकिन अधिकारी और कर्मचारी हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और वाली कहावत को सही साबित करने में जुटे हैं. लोगों का कहना है कि शहर में दूसरी जगह पर हुड्डा की ओर से बनाए गए कम्युनिटी हॉल इस से 100 गुना ज्यादा अच्छे हैं.
14000 रुपये में मिल रही बीमारियां
नगर निगम एक शादी के लिए कम्युनिटी हॉल का 14000 रुपये चार्ज करता है. लेकिन व्यवस्था और इंतजामात के नाम पर लोगों को बीमार बनाने के साधन मुहैया करा रहा है.
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शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि वो नगर निगम में इसके बारे में कई बार शिकायत दे चुके हैं, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई है. सीएम विंडो पर कम्युनिटी हॉल को लेकर कंप्लेन डाली गई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
नगर निगम झाड़ रहा पल्ला
वहीं नगर निगम के उप कमिश्नर धीरज कुमार से जब इसके लिए बात की गई तो उन्होंने गंदगी फैलाने का आरोप हॉल को बुक करवाने वाले लोगों पर लगा दिया. उन्होंने कहा कि मात्र ₹14000 में इतनी प्राइम लोकेशन में जगह दी जा रही है, जहां पर काफी बड़ा टेंट लगाया जा सकता है. शादी कार्यक्रम पूरा होने के बाद अगर सूचना मिलती है तो उसमें सफाई का काम करवाया जाता है.
पानी बहने की अव्यवस्था पर उन्होंने कहा कि नगर निगम ने चारों जोन में चार पलंबर रखा है, जो लगातार इसी काम को देखते हैं. नगर निगम के लिए शहर भर में पानी के लिए लगाए गए नल से पानी की बर्बादी को रोकना एक चैलेंज बना हुआ है. इसके लिए उन्होंने लोगों से अपील की, कुल मिलाकर नगर निगम उपायुक्त भी पल्ला झाड़ते हुए नजर आए.
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