नूंह: जिले की ग्राम पंचायत पिनगवां के उन दुकानदारों को आज राहत मिल गई है, जिन्होंने करीब 2 साल पहले बोली पर दुकानें ली थी, लेकिन पहले से मौजूद दुकानदारों ने उन्हें दुकानों का कब्जा नहीं दिया था. आज बीडीपीओ सुरजीत कुमार की मौजूदगी में जेसेबी मशीन से दुकानों का सामान बाहर निकाल दिया गया है. साथ ही दुकानों के सामने के अतिक्रमण को भी हटा दिया गया है.
ये था पूरा मामला : बता दें ग्राम पंचायत पिनगवां में करीब 2 साल पहले पंचायत की दर्जनों दुकानों की बोली लगाई थी. बोली में जिन बोली दाताओं ने दुकान ली थी, उनको पुराने दुकानदारों ने कब्जा नहीं दिया था. इस मामले को लेकर पुराने दुकानदार पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट तक भी पहुंचे. जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी दुकानदारों ने दुकानें खाली करवाने की अर्जी डाली थी. दुकानदारों का कहना था कि बोली पर दुकान लेने और रकम जमा कराने के बावजूद भी बोली दाताओं को उनकी दुकानों का कब्जा नहीं दिया गया. अब आखिर बुधवार को उन्हें इस मामले में कामयाबी मिल गई है. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम ने सरपंच ललिता की उपस्थिति में नगीना-पुनहाना मुख्य मार्ग पर दुकानों के बाहर हो रहे अतिक्रमण पर न केवल पीला पंजा चलाया, बल्कि जिन दुकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ था, उनके सामानों को भी दुकानों से बाहर निकाला गया. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था.
2 सालों से गांव की राजनीति में थी गरमाहट : इन दुकानों के कब्जे को लेकर गांव की राजनीति भी पिछले काफी समय से गर्म थी. बोली की रकम जमा कराने के बाद भी बोली दाताओं ने कई बार अधिकारियों और ग्राम पंचायत के सरपंच के चक्कर काटे हैं. ग्राम पंचायत सरपंच ललिता के प्रतिनिधि मनोज कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट और जिला प्रशासन के आदेश के बाद ये कार्रवाई की गई है. इस दौरान दुकानों के सामने बने अवैध टीन शेड को भी हटवाया गया है. सरपंच प्रतिनिधि मनोज कुमार ने अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों की टीम का आभार जताते हुए कहा कि 2 साल बाद बोली पर दुकान लेने वाले दुकानदारों को उनका हक मिल गया है, जिसके लिए वो प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं.
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