करनालः सीएम सिटी करनाल में शराब कारोबारियों की मुसीबते बढ़ने बाली है. करनाल उपायुक्त ने आबकारी और कराधान विभाग के अधिकारियों की बैठक कर शराब से जुड़े कारोबारियों की जानकारी ली है. जानकारी में ठेकेदारों का विभाग की तरफ 25 करोड़ रुपये वकाया राशि है, जबकि ठेका अवधि समाप्त होने में ढाई महीने बाकी रह चुके है.
सरकार को राजस्व का भारी नुकसान
सूत्रों के मुताविक अधिकारीयों की मिलीभगत कहे या ढुलमुल रवैए के कारण ठेकेदार समय पर राशि नहीं देते हैं और उन पर कोई ब्याज भी नहीं लगाया जाता, साथ ही फिर से अन्य रिश्तेदार के नाम से दूसरी बार ठेका छुटवा लेते है. जिस कारण से सरकार के राजस्व को चूना लग रहा है.
ठेकेदारों को जारी गए नोटिस
करनाल के उपायुक्त निशांत यादव ने बताया मामला संज्ञान में आ चुका है. ठेकेदारों को विभाग द्वारा जल्द बकाया राशि जमा करवाने के नोटिस जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा अभी हम इसको घोटाला नहीं कह सकते, क्योंकि समय सीमा अभी शेष है. जिस भी ठेकेदार द्वारा समय सीमा तह पर वकाया राशि जमा नहीं करवाई जाएगी उसकी अटैच प्रॉपर्टी को सील कर उसके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जा सकता है.
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