करनाल: लूट और हत्या की कई वारदातों को अंजाम देने वाला और पांच लाख का इनामी बदमाश जबरा सिंह पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. जबरा बड़ा गांव में यमुना के पास गाड़ी में मौजूद था. सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो जबरा जंगलों में भागा और फायरिंग में मारा गया.
कहते हैं कि अपराध का अंत बुरा ही होता है और अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो 1 दिन पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ जबरा गैंग के सरगना जबरा सिंह के साथ.
5 लाख का इनामी बदमाश जबरा सिंह पैरोल जंपर था और करनाल में ही दो हत्याओं का आरोपी था. करनाल पुलिस के साथ बड़ा गांव के पास हुई मुठभेड़ में इनामी बदमाश मारा गया. गांव में उस समय अफरा तफरी मच गई जब गांव वालों को पता लगा कि गांव के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक गैंगस्टर मारा गया है.
पांच लाख रुपये का रखा था इनाम
बता दें, जबरा सिंह पर 5 लाख का पुलिस की तरफ से इनाम रखा गया था. इतना ही नहीं वह करनाल के 2 मर्डर केस में आरोपी रहा था. इस मामले में पुलिस ने उस पर इनाम रखा हुआ था. इसके साथ ही जबरा पर कई मामले दर्ज थे और वह पैरोल पर भी था. जिसकी तलाश पुलिस लंबे समय से कर रही थी.
पुलिस की स्टेट लेवल लिस्ट में था मोस्ट वांटेड
पिछले साल अंजन थली गांव के पूर्व सरपंच की हत्या और उसके बाद उसी के भाई के साले विकास की इसी साल हत्या में जबरा का नाम शामिल था. इस हत्याकांड का वह मुख्य आरोपी था जिस कारण उसका नाम पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में घोषित था.
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है कि आखिर जबरा कहां जा रहा था और किसके पास जा रहा था. वहीं जब्बर सिंह का शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है.