करनाल: करनाल के स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में से एक अहम प्रोजेक्ट आईसीसीसी (इंटाग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) के पहले टेस्ट में सफलता हासिल हुई है. उपायुक्त एवं करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ निशांत कुमार यादव ने सेक्टर-12 स्थित आईसीसीसी सेंटर का दौरा कर इस डेमो को विडियो वाल लाईव देखा और प्रोजेक्ट को सफलता दिलाने वाली पूरी टीम को बधाई दी.
दरअसल बीते दिनों इस टेस्ट को लेकर कई बार की गई बैठकों में ये चर्चा रही कि शहर के किसी भी एक जंक्शन पर तमाम फीचर के कैमरे फिट कर उनका फाईनल एक्सेप्टेंस टेस्ट दिखाया जाए और ऐसा ही किया गया.
सेक्टर 6 चौक पर लगाया गया था कैमरा: उपायुक्त
इस संबंध में करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ निशांत कुमार यादव ने बताया कि टेस्ट के लिए सेक्टर-6 चौक का चुनाव किया गया था. चौक पर रेड लाईट वायलेशन डिटैक्शन के 2 कैमरे, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकोगनिशन के लिए 4 कैमरे, फिक्स बॉक्स यानि सर्विलांस के 2 सीसीटीवी कैमरों के अतिरिक्त इमरजेंसी कॉल बॉक्स और एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाकर उसका आईसीसीसी सेंटर में एनालिस्टिक सॉफ्टवेयर के जरिए विडियो स्क्रीन पर लाईव देखा गया. कैमरों द्वारा की गई कैप्चरिंग के बाद सेंटर में भेजी गई विडियो एकदम स्पष्ट और सटीक थी. इस बीच सीईओ ने इसी जंक्शन पर लगे ई.सी.बी. (एमरजेंसी कॉल बॉक्स)सेंटर से की गई कॉल की रिसीविंग भी देखी. यहीं नहीं वहां लगे पब्लिक अनांउमेंट सिस्टम से भी अनाउंमेंट कर दिखाया गया.
सफल रहा आईसीसीसी का ट्रायल रन
इस मौके पर मौजूद वीडियोनेटिक्स कम्पनी के रीजनल सेल्स मैनेजर मोहम्मद अफजल ने जानकारी देते बताया कि आईसीसीसी का ट्रायल रन सफल रहा है. उन्होंने बताया कि उपायुक्त करनाल एवं केएससीएल के सीईओ निशांत कुमार यादव ने सेंटर में आकर जिस तरह से जायजा लिया, उससे वे संतुष्ट हैं. उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट की इस प्रक्रिया में शहर के अनेक जंक्शनों पर करीब 250 सर्विलांस कैमरे, इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के 150 कैमरे लगाए जाएंगे. जिनकी शुरूआत हो चुकी है.
चौक-चौराहों पर लगी भीड़ को भी डिटेक्ट करेगा कैमरा
उन्होंने बताया कि पहले से ही लगाए गए 200 कैमरे भी रहेंगे. सिटीजन सेफ्टी के तहत यदि कोई वाहन गिर जाती है या कोई संदिग्ध वस्तु चौक-चौराहे पर लावारिस मिलती है और 5 या 5 से ज्यादा की भीड़ एक जगह इकठ्ठी हो जाए, तो ऐसी सूचनाओं को भी ये कैमरे सेंटर तक पहुंचाएंगे. इसी प्रकार ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम से वाहन व वाहन चालक की डिटेल के साथ ई-चालान किए जाएंगे.
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15 जनवरी तक आई.सी.सी.सी.प्रोजेक्ट को पूरा होने की उम्मीद: उपायुक्त
वहीं उपायुक्त ने बताया कि आईसीसीसी का प्रोजेक्ट 15 जनवरी 2021 तक पूरी होने की उम्मीद है. नए साल में केएससीएल के प्रयासों से शहर के लोगों को इस प्रोजेक्ट के गो लाईव होने की सौगात मिलेगी. उन्होंने कहा कि जब सभी चौक-चौराहों पर आधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त कैमरे लगे होंगे, तो वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए पाबंद होंगे.