कैथल: शनिवार को जिले के सरकारी अस्पताल में कोरोना वेक्सीन का शुभारंभ किया गया. पहले ये कार्यक्रम कैथल के एक निजी स्कूल में होना था लेकिन वहां किसानों के विरोध के चलते कोरोना वेक्सीन सेंटर को बदलकर सरकारी अस्पताल में बनाया गया है. यहां पर सबसे पहले 100 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हो रहा है. इस टीकाकरण के तहत डॉक्टर संदीप जैन को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया गया.
पत्रकारों से बात करते हुए डॉ संदीप जैन ने कहा कि उन्हें टीकाकरण की प्रक्रिया से गुजरने में केवल 5 मिनट लगे. अब वो टीकाकरण के बाद 30 मिनट के रेस्ट पर हैं और उन्हें स्वास्थ्य कर्मियों ने इसकी पूरी जानकारी दी है. डॉक्टर संदीप जैने ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ये टीका पूरी तरह से सुरक्षित है.
डॉक्टर संदीप जैन ने कोरोना वैक्सीनेशन की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सबसे पहले केंद्र के प्रवेशद्वार पर पुलिस कर्मियों द्वारा पंजीकृत व्यक्तियों की जांच की गई और कम्प्यूटर में फीड डाटा बेस से मिलान किया गया. उसके बाद वैक्सीनेशन ऑफिसर के पास संबंधित व्यक्ति को प्रतीक्षा कक्ष में बिठाया गया.
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इसके उपरांत उस व्यक्ति को टीकाकरण कक्ष में भेजा जाएगा, जहां पर डाटा बेस जांच की गई और फिर उस वयक्ति को कोविशील्ड का टीका लगाया गया. टीकाकरण होने के बाद संबंधित व्यक्ति को 30 मिनट के लिए दूसरे कक्ष में अंडर ऑब्जर्वेशन रखा रहा है, जहां पर स्वास्थ्य कर्मी मौजूद है और अगर किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होती तो, उसे जांच करके घर भेज दिया जाएगा.