कैथल: हरियाणा प्रदेश जहां एक और भयावह कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर सरकार प्रदेश में घोटालों को अंजाम देकर खुलेआम लूट मचा रही है. ये बात सुदीप सुरजेवाला ने कही. उन्होंने कहा कि बीते चार महीनों में कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच हरियाणा में बड़े-बड़े घोटाले किए गए हैं.
सुदीप सुरजेवाला ने क्या कुछ कहा?
- हरियाणा में कोरोना महामारी को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन के बीच शराब घोटाले में सैकड़ों-हजारों करोड़ की शराब बिक्री और तस्करी की परतें लगातार खुल रही हैं. इस घोटाले में शराब माफिया के तार सीधे-सीधे उच्च पदों पर बैठे राजनेताओं और आला अधिकारियों से जुड़े हैं. शराब घोटाला उजागर होने के बाद इसे दबाने की साजिश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 'स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम' की जांच को सिरे से खारिज कर की थी.
- हरियाणा में अवैध तरीके से रजिस्ट्रियों का खेल कोरोना महामारी में जमकर खेला गया. रजिस्ट्रियां करते समय ना तो नियमों का ध्यान रखा गया और ना ही जिला नगर योजनाकारों (डीटीपी) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लिए गए. हरियाणा के 30 से ज्यादा शहरी निकायों के कंट्रोल एरिया में हुई रजिस्ट्रियों में गड़बड़ी पाई गई हैं. इन रजिस्ट्रियों में करोड़ों रुपयों के घोटाले को अंजाम दिया गया.
- हरियाणा प्रदेश में शराब और रजिस्ट्री घोटाले के अलावा चावल घोटाले को भी अंजाम दिया गया. सरकार राइस मिलरों को कॉन्ट्रैक्ट के तहत धान उपलब्ध कराती है. मिलरों को इसका चावल निकालकर सरकार को देना होता है. ये कुल धान का करीब 67 फीसद होता है, लेकिन सरकार को कम मात्रा में चावल जमा करवाया गया और बड़ा गोलमाल कर घोटाला किया गया.
- इनके अलावा भी बीते 6 वर्षों के दौरान इस सरकार में कई घोटाले हुए हैं. इन घोटालों में धान खरीद घोटाला, अरावली भूमि उपयोग घोटाला, खनन घोटाला, रोडवेज किलोमीटर योजना घोटाला, एचएसएससी भर्ती घोटाला, एससी छात्रवृत्ति योजना घोटाला, बिजली मीटर घोटाला शामिल हैं. इनके साथ ही इस सरकार में हुए घोटालों की लंबी सूची है.
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