जींद: हरियाणा की बेटी विकास राणा ने माउंट एवरेस्ट पर तिंरगा फहरा कर देश का नाम रौशन किया है. विकास जींद के सुदकैन के खुर्द गांव की रहने वाली हैं. विकास का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ है. इससे पहले विकास साउथ अफ्रीका की किलिमंजारो और एशिया की माउंट एल्ब्रुस पर भी तिरंगा फहरा चुकी हैं.
जानकारी के अनुसार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए 30 लाख रुपए का खर्चा आता है, लेकिन अपनी बेटी के सपने को पूरा करने के लिए विकास राणा के पिताजी ने जमीन गिरवी रखकर और अपने समाज के लोगों की मदद से बेटी के सपने को साकार किया है.
विकास राणा की माउंटेनियरिंग की पढ़ाई
विकास राणा ने 2011 में जम्मू कश्मीर के जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग विंटर स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में कोर्स करके पर्वतारोहण की शुरुआत की और इसके साथ इन्होंने स्कीइंग में भी देश का नाम चमकाया है.
स्कीइंग भी खेलती हैं विकास राणा
विकास राणा हरियाणा की इकलौती इंटरनेशनल स्कीइंग खिलाड़ी हैं. विकास ने 5 बार नेशनल गेम में हिस्सा लिया है. जिसमें से वर्ष 2018 में नेशनल गेम में सिल्वर मेडल जीता था. 2017 में जापान में हुए एशियन गेम में भी विकास ने हिस्सा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया.
ये भी पढ़ें:-स्पेशल रिपोर्ट: पानीपत में लोग पानी-पानी चिल्ला रहे हैं!
साउथ अफ्रीका की किलिमंजारो पर फतह
विकास ने 25 जुलाई 2018 को साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह किया था.
एशिया की माउंट एल्ब्रुस पर फतह
5 सितंबर 2018 को इन्होंने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर फतह कर स्कीइंग करते हुए नीचे आई थीं. ऐसा करने वाली विकास राणा पहली भारतीय महिला बनीं. यह कारनामा करने वाली भारत की इकलौती खिलाड़ी हैं. और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुकी हैं.