जींद: लगातार जल संकट गहराता जा रहा है. जिसके चलते भू-जल स्तर के गिरने और अनेक क्षेत्रों में सिंचाई एवं पेयलज की समस्या भी पैदा हो रही. आंकड़ों के अनुसार हरियाणा के 19 जिलों के 81 खंड और 52 नगर परिषद क्षेत्र पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. इस समस्या से निपटने के लिए केन्द्र सरकार की हिदायत के बाद अब प्रदेश में 15 सितम्बर तक जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है.
इस अभियान के तहत जल सरंक्षण के लिए पांच मुख्य पहलुओं पर कार्य किया जाएगा. इनमें बरसाती पानी संंरक्षण प्रणाली, फिजूल एवं गंदे पानी का शुद्धिकरण, तालाबों एवं बावड़ियों में पानी इकट्ठा कर उसे दोबारा प्रयोग में लाने, अधिकाधिक पौधारोपण और पानी के सुरक्षित इस्तेमाल के बारे जन जागरण मुहीम शामिल है.
केंद्र सरकार की संयुक्त सचिव ने किया दौरा
मुहिम के सिलसिले में केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव मीरा रंजन तशरिंग ने जींद का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने जल शक्ति अभियान के तहत जींद में जल संरक्षण के बारे विभिन्न अधिकारियों की तरफ से बनाई जा रही कार्य योजना बारे समीक्षा की और कई संरक्षण स्थलों को दौरा भी किया. मीरा रंजन तशरिंग ने कहा कि इस अभियान को केवल एक विभाग की तरफ से सफल नहीं बनाया जा सकता, बल्कि इसकी सफलता के लिए सभी विभागों के आपसी समनव्य एवं सहयोग की जरूरत है.
अधिकारियों को हिदायत
मीरा रंजन तशरिंग ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जल ही जीवन है और जल संरक्षण के बिना मानव जीवन की कल्पना असंभव है, इस बारे जन जागृति पैदा करें. इस मुहिम में समाज सेवी संस्थाओं, एनजीओ, जन प्रतिनिधियों, पंचायतों और आमजन को जोड़कर सफल बनाए.