जींद: उचाना से जेजेपी के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला ने नामांकन करने से पहले शहर में रोड शो निकाल कर जनता से आशिर्वाद मांगा. इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश की बीजेपी सरकार जमकर हमला बोला. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार के दौरान प्रदेश कई बार जला है. बीजेपी ने 80 लोगों को मारा है और युवाओं को बेरोजगार किया है.
पार्टी ने हरियाणा के लिए 16 घोषणाएं की हैं- दुष्यंत
दुष्यंत ने पार्टी मेनिफेस्टो के सवार पर जवाब दिया कि पार्टी द्वारा 16 घोषणाएं मुख्य तौर पर हरियाणा प्रदेश के लिए ऑडिट कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि जेजेपी ने युवाओं, महिलाओं, किसान, कमेरे वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए अपनी पॉलिसी बनाई है.
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हमें अंडर एस्टीमेट करने वालों को थी गलत फेमी- दुष्यंत
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जिस तरह से संगठन ने 90 मजबूत उम्मीदवारों को 90 विधानसभा सीटों पर उतारा है. ये अपने आप में दिखाता है कि क्षेत्रिय दल के तौर पर हमको अंडर एस्टीमेट करने वालों ने गलत फेमी पाल रखी थी.
दुष्यंत चौटाला का अनिल जैन पर पलटवार
दुष्यंत चौटाला ने डॉ. अनिल जैन पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि अनिल जैन मुझे बंदर कह रहे थे, तो जैन साहब कौन हैं. अगर हमें बंदर समझोगे तो फिर आप रावण ना बन जाना. फिर लंका जलाने ये युवा वानर सेना बनके मैदान में उतरेंगे. प्रदेश को बीजेपी ने जलाया है 80 लोगों को मारा है. ये युवा वानर सेना बीजेपी की लंका को जलाने आ रही है.
कैसे हुई मंत्रियों और विधायकों की आय दोगुनी- दुष्यंत
दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी के मंत्रियों और विधायकों की पांच साल में आय बढ़ने पर कहा कि मैं तो हैरान हूं कि कृषि मंत्री जो किसान की आय दोगुनी करने की बात करते हैं वो किसान की आय तो दोगुनी नहीं कर पाए, लेकिन अपनी दोगुनी कर ली. दुष्यंत ने कहा कि उन्होंने एक अखबार में पढ़ा कि उनकी निजी संपत्ति पांच गुणा बढ़ी है, वित्त मंत्री की आय बढ़ी है और स्टील मंत्री की पत्नी की आय दोगुनी हो जाती है. ऐसा क्या फॉर्मूला है जो किसानों की आय तो दोगुनी नहीं होती, लेकिन मंत्रियों की आय दोगुनी हो जाती है.
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उचाना सीट का इतिहास
जींद का उचाना कलां पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का गढ़ रहा है, जो पहले पांच बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. बीरेंद्र सिंह और चौटाला परिवार के बीच इस कदर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है कि दुष्यंत के दादा और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला 2009 में उचाना कलां सीट से चुनाव लड़े थे, जब परिसीमन के बाद जींद में नरवाना सीट आरक्षित हो गई थी. इनेलो के अध्यक्ष ओपी चौटाला ने 2009 में उचाना कलां से बीरेंद्र सिंह को 621 मतों के मामूली अंतर से हराया था.
दो बड़े घरानों में टक्कर
दुष्यंत और बीरेंद्र सिंह दोनों ही राज्य के प्रमुख जाट परिवारों से आते हैं और जींद जिले को हरियाणा का राजनीतिक केंद्र भी माना जाता है. अब एक बार फिर हरियाणा के दो बड़े सियासी घराने चौटाला परिवार और चौधरी छोटू राम का परिवार एक बार फिर आपस में टकराने के लिए तैयार हैं. फूट के चलते भले ही चौटाला परिवार दो हिस्सों में बंट चुका है, लेकिन दुष्यंत उचाना सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी को टक्कर देंगे.