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पंचायती जमीन देने के मामले में बजरंग पुनिया के खिलाफ उतरे उनके पैतृक जिले के लोग, जानिए क्या है मामला

पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) को उनके पैतृक जिले में एकेडमी के लिए जमीन देने का मामला तूल पकड़ने लगा है. ग्रामीण पंचायत के इस फैसले के विरोध में आ गये हैं. शुक्रवार को इसी संबंध में कई ग्रामीणों ने उपायुक्त से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा.

Bajrang Punia Academy Jhajjar
बजरंग पुनिया एकेडमी झज्जर
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Published : May 20, 2023, 12:16 PM IST

झज्जर: पहलवान बजरंग पुनिया को एकेडमी (Bajrang Punia Academy Jhajjar) के लिए पंचायती जमीन देने का विरोध शुरू हो गया है. झज्जर जिले के गांव भापड़ौदा के ग्रामीण इस मामले को लेकर लघु सचिवालय में जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह से मिलने पहुंचे. ग्रामीणों का आरोप है कि 2 मई को ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन की बोली करवाई गई लेकिन 4 एकड़ पंचायती जमीन की बोली नहीं कराई गई.

भापड़ौदा के ग्रामीणों का कहना है कि जब इसके बारे में पूछा गया तो पता चला कि गांव की पंचायती जमीन से चार एकड़ कबड्डी एकेडमी के लिए पहलवान बजरंग पुनिया को देने की कोशिश की जा रही है. जबकि ग्रामीणों को इसकी भनक तक नहीं लगी. उनका कहना है कि भापड़ौदा गांव में ही 2 अर्जुन अवार्ड विजेता खिलाड़ियों के अलावा कई अन्य राष्ट्रीय खिलाडी भी हैं. गांव में पहले से ही एक खेल स्टेडियम भी बना हुआ है.

ये भी पढ़ें- मां के हाथ से चूरमा खाकर दंगल के सूरमा बने बजरंग पूनिया, जानिए छोटे गांव से टोक्यो तक का सफर

भापड़ौदा निवासी अंकुर राठी ने कहा कि गांव के लोग ना तो खेल के विरोध में है और ना ही खिलाड़ियों के विरोध में. खिलाड़ी देश और प्रदेश का मान सम्मान हैं. हम सभी खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन में से 4 एकड़ जमीन खिलाड़ी बजरंग पुनिया को देने का प्रयास किया जा रहा है जो कि सरासर गलत है.

Bajrang Punia Academy Jhajjar
भापड़ौदा गांव के लोगों ने उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा.

पहलवान बजरंग पुनिया मूलरूप से झज्जर जिले के रहने वाले हैं. उनका परिवार गांव खुड्डन का रहने वाला है. बाद में वो स्थायी रूप से सोनीपत में रहने लगे. ग्रामीणों का कहना है कि पहले गांव के खिलाड़ियों को ये मौका मिलना चाहिए. अगर वो मना करते हैं तब किसी भी जमीन दी जाये. इसी को लेकर गांव के लोग जिला उपायुक्त से मिलने पहुंचे थे. हमें डीसी झज्जर कैप्टन शक्ति सिंह ने आश्वासन दिया है के मामले की जांच करवाई जाएगी. ग्रामीणों ने कहा कि हम चाहते हैं कि गांव में खिलाड़ियों के लिए अच्छी एकेडमी बने और गांव के खिलाड़ी अपने गांव और प्रदेश का नाम रोशन करें.

ये भी पढ़ें- WFI vs Wrestlers: बजरंग पुनिया ने IOA की जांच कमेटी पर उठाया सवाल, लगाये ये आरोप

झज्जर: पहलवान बजरंग पुनिया को एकेडमी (Bajrang Punia Academy Jhajjar) के लिए पंचायती जमीन देने का विरोध शुरू हो गया है. झज्जर जिले के गांव भापड़ौदा के ग्रामीण इस मामले को लेकर लघु सचिवालय में जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह से मिलने पहुंचे. ग्रामीणों का आरोप है कि 2 मई को ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन की बोली करवाई गई लेकिन 4 एकड़ पंचायती जमीन की बोली नहीं कराई गई.

भापड़ौदा के ग्रामीणों का कहना है कि जब इसके बारे में पूछा गया तो पता चला कि गांव की पंचायती जमीन से चार एकड़ कबड्डी एकेडमी के लिए पहलवान बजरंग पुनिया को देने की कोशिश की जा रही है. जबकि ग्रामीणों को इसकी भनक तक नहीं लगी. उनका कहना है कि भापड़ौदा गांव में ही 2 अर्जुन अवार्ड विजेता खिलाड़ियों के अलावा कई अन्य राष्ट्रीय खिलाडी भी हैं. गांव में पहले से ही एक खेल स्टेडियम भी बना हुआ है.

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भापड़ौदा निवासी अंकुर राठी ने कहा कि गांव के लोग ना तो खेल के विरोध में है और ना ही खिलाड़ियों के विरोध में. खिलाड़ी देश और प्रदेश का मान सम्मान हैं. हम सभी खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती जमीन में से 4 एकड़ जमीन खिलाड़ी बजरंग पुनिया को देने का प्रयास किया जा रहा है जो कि सरासर गलत है.

Bajrang Punia Academy Jhajjar
भापड़ौदा गांव के लोगों ने उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा.

पहलवान बजरंग पुनिया मूलरूप से झज्जर जिले के रहने वाले हैं. उनका परिवार गांव खुड्डन का रहने वाला है. बाद में वो स्थायी रूप से सोनीपत में रहने लगे. ग्रामीणों का कहना है कि पहले गांव के खिलाड़ियों को ये मौका मिलना चाहिए. अगर वो मना करते हैं तब किसी भी जमीन दी जाये. इसी को लेकर गांव के लोग जिला उपायुक्त से मिलने पहुंचे थे. हमें डीसी झज्जर कैप्टन शक्ति सिंह ने आश्वासन दिया है के मामले की जांच करवाई जाएगी. ग्रामीणों ने कहा कि हम चाहते हैं कि गांव में खिलाड़ियों के लिए अच्छी एकेडमी बने और गांव के खिलाड़ी अपने गांव और प्रदेश का नाम रोशन करें.

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