झज्जर: प्रशासन की ओर से बहादुरगढ़ शहर में लोगों के सैर करने के लिए पार्क बनवाए गए हैं. परंतु रखरखाव के अभाव में इन पार्कों की दशा दयनीय हो रही है. बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 के पार्क उचित देखभाल के अभाव में जंगल का रूप धारण कर चुके हैं. यहां पर उगी घास झाड़ियां और फैली ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है
स्थानीय निवासियों ने पार्षद समेत नगर परिषद के अधिकारियों से कई बार इस संबंध में शिकायत की. मगर वे समस्या का समाधान करने में विफल रहे. टेंडर नहीं होने का बहाना बनाने वाली नगर परिषद की विफलता के बाद स्थानीय महिलाओं ने मोर्चा संभालते हुए स्वयं पार्क को संवारने की जिम्मेदारी उठाई है.
स्थानीय नागरिकों ने पार्षद से लेकर अधिकारियों तक से पार्क के रखरखाव की गुहार लगाई. लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ. प्रशासन से निराश महिलाओं ने अब पार्क का सौंदर्यीकरण करने के लिए स्वयं मोर्चा संभाला है. महिलाएं बच्चों को साथ लेकर पार्क की सफाई में जुट गई हैं. इतना ही नहीं शाम के समय जमा होने वाले नशेड़िओं को भी वहां से भगाया.
महिलाओं ने संभाला मोर्चा
इन महिलाओं का कहना है कि शहर के विकास के नाम पर करोड़ों रुपये करने वाले नगर परिषद को अपनी जिम्मेदारी का वहन ईमानदारी से करना चाहिए. नगर परिषद के अधिकारियों से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करवाने की मांग की है.
वहीं जब इस संबंध में नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता नवीन धनखड़ से बात की गई तो उनका कहा है कि इस संबंध में उनके पास अब तक कोई भी शिकायत नहीं आई है. नगर परिषद द्वारा पार्कों की सफाई के लिए टेंडर लगाया जाता है और कोई भी ठेकेदार अगर काम में कोताही बरतता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.
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अब भी कार्यकारी अभियंता कह रहे हैं कि अगर इस संबंध में उन्हें कोई शिकायत मिलेगी, तो ही कार्रवाई की जाएगी. जबकि अपनी बदहाली पर आंसू बहाता बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 का यह पार्क प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली की पोल स्वयं खोलता हुआ दिखाई दे रहा है.