झज्जर: झज्जर के बहादुरगढ़ स्थित बामनोली मोड़ पर उतरी बाइपास संघर्ष समिति के आह्वान पर धरना प्रदर्शन की शुरूआत लगभाग 47 दिन पहले की थी. सरकार द्वारा सुनवाई ना करने पर जिसको पिछले सोमवार से आमरण अनशन में बदल दिया गया है. लगातार चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसानों से सरकार का कोई नुमाइंदा मिलने नहीं आया.
अनशनकारियों की हालत गंभीर
डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ अनशनकारियों की तबीयत ज्यादा गंभीर है. लगातार भूखे रहने की वजह से अनशनकारियों के शरीर में किटोन बढ़ रहा है. जिससे शरीर को काफी हानि होने की संभावना बनी हुई है. डॉक्टर की टीम ने बताया कि बुधवार को एक अनशनकारी को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था.
खुद सीएम ने की थी घोषणा
वहीं भूख हड़ताल पर बैठे संघर्ष समिति के प्रमुख सतीश छिकारा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस बाइपास के लिए हम लोग आंदोलन कर रहे हैं. उस बाइपास को बनाने की घोषणा खुद सीएम ने की थी.
सीएम को दिखाएंगे काले झंडे
समिति के प्रमुख का कहना है कि वो इस अनशन को किसी आश्वसान से नहीं बल्कि पूर्ण उत्तरी बाइपास की घोषणा पर ही तोड़ेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि 25 अगस्त तक मांगे मान ली गई तो वह जिले में आ रही सीएम जन आशीर्वाद यात्रा का स्वागत करेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो हम लोग सीएम की यात्रा को काले झंडे दिखाकर विरोध करेंगे.