अंबाला: अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर से सवारी को ले जाने वाले टैक्सी ड्राइवरों ने आज आरपीएफ पर तंग करने का आरोप लगाया. टैक्सी ड्राइवरों ने कहा कि स्टेशन के बाहर से उन्हें पकड़कर ले जाया जाता है और 2 हजार रुपए मांगे जाते हैं. वहीं RPF के चौकी इंचार्ज ने पार्किंग को अवैध बताया और कहा कि टैक्सी ड्राइवर सवारियों से बदसलूकी करते हैं. उनके खिलाफ बहुत सी शिकायतें मिलती हैं. अगर आगे भी ऐसी शिकायतें मिली तो कार्रवाई करेंगे.
टैक्सी ड्राइवरों ने कहा कि वो स्टेशन के बाहर पिछले कई सालों से सवारियों को लेकर जाते हैं. ड्राइवर बहुत गरीब होते हैं. बिना किसी कारण आरपीएफ पुलिस उन्हें पकड़ कर ले जाती है. आरपीएफ की ड्यूटी स्टेशन के अंदर की होती है, लेकिन ये बाहर से भी ऑटो चालकों को पकड़ कर ले जाते हैं और गरीब टैक्सी चालकों से 2 हजार रुपए जमा करवाने की मांग करते हैं. पुलिस कहती है कि ये पैसे आपको बाद में मिलेंगे. साथ ही मारपीट भी की जाती है.
"टैक्सी चालकों पर करते हैं मुकदमा दर्ज" : टैक्सी यूनियन के प्रधान कहा कि इनके साथ बहुत जुल्म हो रहा है. रात को भी चार टैक्सी वालों को आरपीएफ पुलिस उठाकर ले गई. सुबह भी 7 टैक्सी वालों को उठाकर ले गई. उनको अंदर बैठा रखा है. इन पर नाजायज मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है.
"सवारियों को धमकाते हैं टैक्सी चालक": वहीं RPF चौकी इंचार्ज ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ टैक्सी संचालक रेलवे स्टेशन पर आकर यात्रियों को परेशान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अकेली महिला को देखकर उन्हें रोक लेते हैं और किराए की बात करते हैं. जब वो नहीं मानती तो सभी ड्राइवर उसे घेर लेते हैं और दूसरी टैक्सी भी नहीं करने देते. उन्होंने टैक्सी ड्राइवरों पर महिलाओं को डराने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इनको कई बार समझाया गया, लेकिन फिर भी ये लोग नहीं मान रहे. ऐसे में आज इन टैक्सी संचालकों पर कार्रवाई की गई. अगर ये ऐसा करते रहेंगे तो कार्रवाई जारी रहेगी. साथ ही उन्होंने टैक्सी ड्राइवरों की ओर से लगाए गए सारे आरोपों को निराधार बताया.
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