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हिसार में किसानों ने किया अर्धनग्न प्रदर्शन

हिसार में किसानों ने अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. किसाम अर्धनग्न होकर अपने खेतों की सूखी फसल लेकर लघुसचिवालय पर डीसी से मिलने पहुंचे. इस दौरान किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए.

हिसार में किसानों ने किया सरकार के खिलाफ अर्धनग्न प्रदर्शन
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Published : Sep 24, 2019, 10:11 PM IST

हिसार: जिले के लघुसचिवालय पर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने खेतों से सूखी फसलों को लेकर डीसी अशोक मीणा से मिलने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया. किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

अपनी मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर लघुसचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया. किसान नेता सूबे सिंह ने बताया कि हिसार के नहरों में पानी नहीं होने के कारण हमारी फसलें सूख गई हैं. उन्होंने कहा कि हम कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं कि हमें नुकसान हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए. लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.

सूबे सिंह ने बताया कि किसानों की हालत दयनीय है. उनकी फसलें सूख चुकी हैं. जिसके कारण हम अगली फसलों की बुआई का खर्च नहीं वहन कर सकते. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की सूखी हुई फसलों का मुआवजा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि सरकार हमें प्रति एकड़ 50 हजार रुपये दे, ताकि हम आगे की फसलों की बुआई कर सकें.

हिसार में किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन

इसे भी पढ़ें:भिवानी: बारिश के कमी से किसानों को भारी नुकसान, मुआवजे की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

किसानों ने दिया सरकार को अल्टीमेटम
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारे खराब हुई फसलों की भरपाई नहीं की तो हम उसे उखाड़ फेकेंगे. किसान नेता सूबे सिंह ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को जिन किसानों ने मुख्यमंत्री बनाया वहीं किसान उन्हें उनकी कुर्सी से उतार फेकेंगे.

किसानों ने नायाब तहसीलदार विनय कुमार को बताया कि बारिश नहीं होने के कारण किसानों की हालत खस्ता है. उन्होंने कहा कि उनकी फसलें सुख चुकी हैं. आलम यह है कि किसान अगली फसल की बुआई का भी खर्च वहन नहीं कर सकता. किसान अपनी खेतों में सुख चुकी कपास, धान और सब्जियों की फसलों को भी अधिकारी को दिखाया. किसानों ने कहा कि इसलिए हम डीसी साहब को ये सुखी हुई फसलें देने आए हैं कि वो इसे सीएम मनोहर लाल खट्टर तक पहुंचा दें.

हिसार: जिले के लघुसचिवालय पर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने खेतों से सूखी फसलों को लेकर डीसी अशोक मीणा से मिलने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया. किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

अपनी मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर लघुसचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया. किसान नेता सूबे सिंह ने बताया कि हिसार के नहरों में पानी नहीं होने के कारण हमारी फसलें सूख गई हैं. उन्होंने कहा कि हम कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं कि हमें नुकसान हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए. लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.

सूबे सिंह ने बताया कि किसानों की हालत दयनीय है. उनकी फसलें सूख चुकी हैं. जिसके कारण हम अगली फसलों की बुआई का खर्च नहीं वहन कर सकते. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की सूखी हुई फसलों का मुआवजा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि सरकार हमें प्रति एकड़ 50 हजार रुपये दे, ताकि हम आगे की फसलों की बुआई कर सकें.

हिसार में किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन

इसे भी पढ़ें:भिवानी: बारिश के कमी से किसानों को भारी नुकसान, मुआवजे की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

किसानों ने दिया सरकार को अल्टीमेटम
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारे खराब हुई फसलों की भरपाई नहीं की तो हम उसे उखाड़ फेकेंगे. किसान नेता सूबे सिंह ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को जिन किसानों ने मुख्यमंत्री बनाया वहीं किसान उन्हें उनकी कुर्सी से उतार फेकेंगे.

किसानों ने नायाब तहसीलदार विनय कुमार को बताया कि बारिश नहीं होने के कारण किसानों की हालत खस्ता है. उन्होंने कहा कि उनकी फसलें सुख चुकी हैं. आलम यह है कि किसान अगली फसल की बुआई का भी खर्च वहन नहीं कर सकता. किसान अपनी खेतों में सुख चुकी कपास, धान और सब्जियों की फसलों को भी अधिकारी को दिखाया. किसानों ने कहा कि इसलिए हम डीसी साहब को ये सुखी हुई फसलें देने आए हैं कि वो इसे सीएम मनोहर लाल खट्टर तक पहुंचा दें.

Intro:हिसार में आज किसानों का गुस्सा जवाब दे गया, हिसार में किसान अर्धनग्न होकर अपने खेतों की सूखी फसल लेकर लघुसचिवालय पर डीसी को देने पहुंचे। किसानों के आक्रोश को देखते हुए आनन फानन में उन्हें गेट पर रोका गया, रोषित किसानों का कहना था कि बारिश की कमी के चलते हिसार और आस पास के जिले का ज्यादातर इलाका सूखा ग्रस्त है। सरकार को किसानों को राहत देते हुए सूखा ग्रस्त घोषित करना चाहिए।

किसानों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं किसान अपने खेतों से कपास, धान, सब्जियां इत्यादि की सूखी फसल को लेकर लघु सचिवालय में डीसी अशोक मीणा के पास जाने का प्रयास किया। किसान चाहते थे कि वह फसल को डीसी के हवाले कर सके ताकि सीएम मनोहर लाल तक पहुंचाया जा सके।


Body:किसानों ने इस दौरान मौके पर पहुंचे नायाब तहसीलदार विनय कुमार को अपनी बदहाली का तर्क देते हुए बताया कि बारिश से उनकी हालत खस्ता है। उन्होंने बताया कि बारिश के चलते किसानों की हालत दयनीय है। फसले सुख चुकी है, आलम यह है कि किसान अगली फसल की बुआई करने का खर्च भी नहीं उठा सकता।

किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए विशेष गिरदावरी करवाकर उनके नुकसान की भरपाई की मांग की है। अगर ऐसा नहीं होता, तो किसानों ने बड़े आंदोलन का आगाज करने और बीजेपी का चुनाव में बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है।

बाईट
सूबे सिंह, किसान नेताConclusion:
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