हिसार: जिले के लघुसचिवालय पर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने खेतों से सूखी फसलों को लेकर डीसी अशोक मीणा से मिलने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया. किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
अपनी मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर लघुसचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया. किसान नेता सूबे सिंह ने बताया कि हिसार के नहरों में पानी नहीं होने के कारण हमारी फसलें सूख गई हैं. उन्होंने कहा कि हम कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं कि हमें नुकसान हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए. लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.
सूबे सिंह ने बताया कि किसानों की हालत दयनीय है. उनकी फसलें सूख चुकी हैं. जिसके कारण हम अगली फसलों की बुआई का खर्च नहीं वहन कर सकते. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की सूखी हुई फसलों का मुआवजा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि सरकार हमें प्रति एकड़ 50 हजार रुपये दे, ताकि हम आगे की फसलों की बुआई कर सकें.
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किसानों ने दिया सरकार को अल्टीमेटम
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारे खराब हुई फसलों की भरपाई नहीं की तो हम उसे उखाड़ फेकेंगे. किसान नेता सूबे सिंह ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को जिन किसानों ने मुख्यमंत्री बनाया वहीं किसान उन्हें उनकी कुर्सी से उतार फेकेंगे.
किसानों ने नायाब तहसीलदार विनय कुमार को बताया कि बारिश नहीं होने के कारण किसानों की हालत खस्ता है. उन्होंने कहा कि उनकी फसलें सुख चुकी हैं. आलम यह है कि किसान अगली फसल की बुआई का भी खर्च वहन नहीं कर सकता. किसान अपनी खेतों में सुख चुकी कपास, धान और सब्जियों की फसलों को भी अधिकारी को दिखाया. किसानों ने कहा कि इसलिए हम डीसी साहब को ये सुखी हुई फसलें देने आए हैं कि वो इसे सीएम मनोहर लाल खट्टर तक पहुंचा दें.