जींद: पिल्लूखेड़ा थाना क्षेत्र में विदेश भेजने का झांसा देकर नौ लाख रुपये हड़पने, विदेश में बंधक बनाने और फिर और अधिक रुपयों की डिमांड करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बुधवार को दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
फर्जी कागजातों से भेजा गया आर्मेनिया : दरअसल, गांव खेड़ी दमकन सोनीपत निवासी अमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2023 में उसकी मुलाकात एक जानकार की मार्फत गांव जामनी निवासी विकास और उसके पिता सतप्रकाश से हुई थी, जिसके तहत छोटे भाई मनीष को वर्क वीजा पर विदेश भेजा जाना था. सतप्रकाश ने बताया था कि उसका बेटा विकास चंडीगढ़ में विदेश भेजने का कार्यालय चलाता है. मनीष को जर्मनी भेजने के लिए 14 लाख रुपये की डिमांड की गई. 29 सितंबर 2023 से 6 अक्टूबर 2023 तक आरोपियों को 9 लाख रुपये दे दिए गए. 8 अक्टूबर 2023 को उसके भाई मनीष को दुबई भेजा गया, जहां से फर्जी कागजातों पर आर्मेनिया भेज दिया गया. फिर आरोपियों ने उससे 10 लाख रुपये की और डिमांड की.
आर्मेनिया में युवक के साथ हुआ बुरा बर्ताव : उसने बताया कि किसी तरह उसने अपने जानकार की सहायता से उसके भाई को आर्मेनिया से निकाला. घर पहुंचने पर उसके भाई ने वहां हुए बुरे सलूक के बारे में बताया. जिस पर उसने सतप्रकाश और उसके बेटे से रुपये वापस मांगे. शुरू में तो आरोपियों ने रुपये वापस लौटाने की बात कही. बाद में आरोपियों ने राशि लौटाने से मना कर दिया और बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी. पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने अमित की शिकायत पर विकास और उसके पिता सतप्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इसे भी पढ़ें : अमेरिका भेजने के नाम पर व्यक्ति से लाखों की ठगी, साजिश के तहत विदेश भेजकर बनाया बंधक