हिसार: 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर हिसार जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. मतदाताओं को किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े इसके लिए चुनाव आयोग ने तीन महत्वपूर्ण एप्लीकेशन लागू की हैं. इनमें से दो हिसार एनआईसी की तरफ से बनाई गई है. सबसे महत्वपूर्ण कम्युनिकेशन प्लान एप्लीकेशन है.
22 पोलिंग स्टेशन पर महिलाएं करेंगी मतदान
वहीं जिले में 22 पोलिंग स्टेशन महिलाओं के लिए बनाए गए हैं. जिनमें केवल महिलाएं ही मतदान करेंगी और इन पोलिंग बूथों पर सभी अधिकारी महिलाएं होंगी. चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी रखने के लिए जिले में 45 लोकेशन पर 100 पोलिंग स्टेशन को वेनरेबल की श्रेणी में रखा गया है. वहीं सात लोकेशन के 17 पोलिंग स्टेशन को क्रिटिकल में रखा गया है, जिनपर अतिरिक्त पुलिस बल और स्पेशल टीम निगरानी करेंगी.
मोबाइल एप से संपर्क में रहेंगे अधिकारी
उपायुक्त अशोक कुमार मीणा बताया कि हिसार एनआईसी ने गत लोकसभा चुनाव में कम्युनिकेशन प्लान की ऐप बनाई थी जिसे चुनाव आयोग ने पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया है. इस एप्लीकेशन के माध्यम से चुनाव के दिन संबंधित अधिकारी से तुरंत संपर्क कर रिस्पांस टाइम को कम किया जा सकता है.
ऐप के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह ऐप सबसे महत्वपूर्ण है जिसके द्वारा पहले जहां मैन्युअल कम्युनिकेशन प्लान होता था ऐसे में किसी भी बूथ में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनने पर संबंधित अधिकारियों को मैनुअल तरीके से नंबर ढूंढ कर संपर्क किया जाता था लेकिन ऐप के माध्यम से पर्टिकुलर बूथ को सर्च किया जाता है.
जिसमें संबंधित सभी अधिकारियों के नंबर डिस्प्ले पर आ जाते हैं और उस पर क्लिक करके सीधा अधिकारी को कॉल किया जा सकता है. इस एप्लीकेशन से रिस्पांस टाइम कम होगा. वहीं रिसोर्सेज का सही ढंग से प्रयोग किया जा सकेगा. जिला उपायुक्त ने कहा कि सभी एप्लीकेशन में से यह सबसे महत्वपूर्ण एप्लीकेशन है.
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अशोक कुमार मीणा ने दूसरी एप्लीकेशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह डैशबोर्ड के नाम से हिसार एनआईसी ने की तरफ से बनाई गई. इस एप्लीकेशन के माध्यम से प्रजाइडिंग ऑफिसर समय-समय पर चुनाव संबंधी आंकड़े देंगे. जिससे वोट परसेंटेज की जानकारी लगातार मिलती रहेगी. इस ऐप को भी पूरे हरियाणा में चुनाव आयोग की तरफ से लागू किया गया है.
एप्लीकेशन से एसएमएस के माध्यम से रिपोर्ट जनरेट की जाती है. जिससे अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने में आसानी होती है कि अधिकारियों की तरफ से मॉक पोल क्लियर किया गया है या नहीं और मॉक पोल के समय कितने अधिकारी मौजूद रहे. वहीं मतदान का प्रतिशत भी समय-समय पर मिलता रहेगा.
हिसार वोटर हेल्पलाइन एप
तीसरी एप्लीकेशन बूथ एप्लीकेशन के बारे में है, चुनाव आयोग ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया है. अशोक कुमार मीणा ने मतदाताओं से अनुरोध करते हुए कहा कि मतदाता क्यूआर कोड वाली बूथ वोटर स्लिप लेकर आएं जिससे मतदान करवाने में आसानी होगी. वहीं मतदाताओं को भी पता होगा कि उनके बूथ में कितने लोग लाइन में लगे हैं. उन्होंने कहा कि वोटर हेल्पलाइन एप को भी डाउनलोड किया जा सकता है, जिसके माध्यम से डिजिटल फोटो वोटर स्लिप दिखाकर मतदाता मतदान कर सकते हैं.