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हिसार में 700 गायों की मौत के बाद लोगों में गुस्सा, मेयर का फूंका पुतला - 700 cows death in hisar

हिसार में बेवक्त हुई 700 गायों की मौत के बाद लोगों में रोष का माहौल है. स्थानीय संगठन इसके लिए निगम को दोषी ठहरा रहे हैं. उनका मानना है कि सरकार ने बजट दिया, फिर भी गायों की दर्दनाक मौत हुई.

Anger among people after the death of 700 cows in Hisar
Anger among people after the death of 700 cows in Hisar
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Published : Jan 14, 2020, 9:19 AM IST

हिसार: शहर में नगर निगम द्वारा बनवाए जा रहे गौ अभ्यारण में लगभग 700 गायों की मौत का मामला सामने आया है. ये गौ अभ्यारण अपने आप में हरियाणा का पहला ऐसा स्थान बनाया जा रहा है, जहां गायों को रखकर लोगों को गौभक्ति का मौका देने और शहर वासियों को घूमने का मौका देना प्रस्तावित है.

एक से डेढ़ महीने की बीच हुई 700 गायों की मौत
हिसार में गौ अभ्यारण के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से 10 करोड़ रुपये का बजट भी दिया गया है. इसके बावजूद भूख और ठंड की वजह से यहां 700 से अधिक गाय मर गई हैं. ऐसा नहीं है कि एक ही दिन में इतनी गाय मरी हों. पिछले 1 से डेढ़ महीने में इतनी अधिक संख्या में गायों की मौत हुई है.

हिसार में 700 गायों की मौत के बाद लोगों में गुस्सा, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- हिसार:गौ अभ्यारण में ठंड से एक साथ 14 गायों की मौत, एक गाय की पेट से निकला 20 किलोग्राम पॉलीथिन

संगठनों ने फूंका मेयर का पुतला
गायों की इतनी संख्या में मौत के बाद भी प्रशासन ने गायों के बचाव के लिए तब तक कोई प्रबंध नहीं किए जब तक की मीडिया ने इस मुद्दे को नहीं उठाया. शहर में हुई इस घटना के लिए अब विभिन्न संगठनों ने रोष प्रदर्शन किया और इस घटना के लिए नगर निगम हिसार के मेयर गौतम सरदाना को जिम्मेदार बताते हुए मेयर का पुतला फूंका.

बजट होने के बाद भी ऐसा क्यों हुआ ?
सामाजिक कार्यकर्ता राहुल शर्मा के अनुसार इस घटना से पूरा हिसार शर्मशार है. इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई जांच अब तक नहीं बैठाई गई है. हम एनजीओ के संचालक अरुण सिहाग के अनुसार गायों के नाम पर हिसार में करोड़ों का घोटाला हुआ है. इस घटना के लिए सीधे तौर पर मेयर जिम्मेदार हैं. सरकार ने 10 करोड़ की ग्रांट गौअभ्यारण को दी है, लेकिन फिर भी यहां से 1500 गायें या तो मारी गई या गायब हो गई.

'दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई'
हरियाणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने इस मामले में कहा है कि इस पूरे प्रकरण में संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. गर्ग के अनुसार मामले की निष्पक्ष जांच करके दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए.

हिसार: शहर में नगर निगम द्वारा बनवाए जा रहे गौ अभ्यारण में लगभग 700 गायों की मौत का मामला सामने आया है. ये गौ अभ्यारण अपने आप में हरियाणा का पहला ऐसा स्थान बनाया जा रहा है, जहां गायों को रखकर लोगों को गौभक्ति का मौका देने और शहर वासियों को घूमने का मौका देना प्रस्तावित है.

एक से डेढ़ महीने की बीच हुई 700 गायों की मौत
हिसार में गौ अभ्यारण के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से 10 करोड़ रुपये का बजट भी दिया गया है. इसके बावजूद भूख और ठंड की वजह से यहां 700 से अधिक गाय मर गई हैं. ऐसा नहीं है कि एक ही दिन में इतनी गाय मरी हों. पिछले 1 से डेढ़ महीने में इतनी अधिक संख्या में गायों की मौत हुई है.

हिसार में 700 गायों की मौत के बाद लोगों में गुस्सा, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- हिसार:गौ अभ्यारण में ठंड से एक साथ 14 गायों की मौत, एक गाय की पेट से निकला 20 किलोग्राम पॉलीथिन

संगठनों ने फूंका मेयर का पुतला
गायों की इतनी संख्या में मौत के बाद भी प्रशासन ने गायों के बचाव के लिए तब तक कोई प्रबंध नहीं किए जब तक की मीडिया ने इस मुद्दे को नहीं उठाया. शहर में हुई इस घटना के लिए अब विभिन्न संगठनों ने रोष प्रदर्शन किया और इस घटना के लिए नगर निगम हिसार के मेयर गौतम सरदाना को जिम्मेदार बताते हुए मेयर का पुतला फूंका.

बजट होने के बाद भी ऐसा क्यों हुआ ?
सामाजिक कार्यकर्ता राहुल शर्मा के अनुसार इस घटना से पूरा हिसार शर्मशार है. इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई जांच अब तक नहीं बैठाई गई है. हम एनजीओ के संचालक अरुण सिहाग के अनुसार गायों के नाम पर हिसार में करोड़ों का घोटाला हुआ है. इस घटना के लिए सीधे तौर पर मेयर जिम्मेदार हैं. सरकार ने 10 करोड़ की ग्रांट गौअभ्यारण को दी है, लेकिन फिर भी यहां से 1500 गायें या तो मारी गई या गायब हो गई.

'दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई'
हरियाणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने इस मामले में कहा है कि इस पूरे प्रकरण में संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. गर्ग के अनुसार मामले की निष्पक्ष जांच करके दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए.

Intro:गायों को गौमाता का दर्जा देने वाले देश के शहर हिसार में देश को शर्मशार करने वाली घटना हुयी है। हिसार शहर में नगर निगम द्वारा बनवाये जा रहे गौ अभ्यारण में लगभग 700 गायों के असमय मौत के मुंह में समाने का मामला सामने आया है। ये गौ अभ्यारण अपने आप में हरियाणा का पहला ऐसा स्थाना बनाया जा रहा है, जहां गायों को रखकर लोगों को गौभक्ति का मौका देने और शहर वासियों को घूमने का मौका देना प्रस्तावित है। हिसार में गौ अभ्यारण के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से 10 करोड़ रुपये का बजट भी दिया गया है। इसके बावजूद भूख और ठंड की वजह से यहां 700 से अधिक गायें मर गयी हैं। ऐसा नहीं है कि एक ही दिन में इतनी गायें मारी गयी हों। पिछले 1 से डेढ़ महीने में इतनी अधिक संख्या में गायों की मौत हुई है। गायों की इतनी संख्या में मौत के बाद भी प्रशासन ने गायों के बचाव के लिए तब तक कोई प्रबंध नहीं किये जब तक की मीडिया ने इस मुद्दे को नहीं उठाया। शहर में हुई इस घटना के लिए आज विभिन्न संगठनों ने रोष प्रदर्शन किया और इस घटना के लिए नगर निगम हिसार के मेयर गौतम सरदाना को जिम्मेदार बताते हुए मेयर का पुतला फूंका। सामाजिक कार्यकर्ता व गौभक्त राहुल शर्मा के अनुसार इस घटना से पूरा हिसार शर्मशार है। इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई जांच अब तक नहीं बैठायी गयी है।Body:हम एनजीओ के संचालक अरुण सिहाग के अनुसार गायों के नाम पर हिसार में करोड़ों का घोटाला हुआ है। इस घटना के लिए सीधे तौर पर मेयर जिम्मेदार है। सरकार ने 10 करोड़ की ग्रांट गौअभ्यारण को दी है लेकिन फिर भी यहां से 1500 गायें या तो मारी गयी या गायब हो गयी। इस घटना की पूर्ण जांच होनी चाहिए।Conclusion:हरियाणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने इस मामले में कहा है कि इस पूरे प्रकरण में संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। गर्ग के अनुसार मामले की निष्पक्ष जांच करके दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।

हिसार के निर्माणाधीन गौ अभ्यारण में इतनी अधिक संख्या में गायों की मौत साफ दर्शाती है कि भाजपा नेताओं का गायों के प्रति प्रेम सिर्फ दिखावा है। क्योंकि इतनी बड़ी घटना के बाद भी किसी भाजपा नेता ने प्रशासन के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। अब देखना होगा कि गौभक्त भाजपा सरकार इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई करती है या सिर्फ चुप्पी साधे रहती है।
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