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हरियाणा: एक ही जिले में मिले 447 डेंगू के मरीज, अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड

Hisar Dengue Patients Update: हिसार जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 447 हो चुकी है. सोमवार को 18 नए मामले सामने आए है.

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Published : Nov 2, 2021, 10:11 AM IST

हिसार: जिला हिसार में डेंगू ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. सिविल अस्पताल में बेड खाली नहीं बचे है. वहीं ब्लड बैंक में भी ऑफर तफरी मची रहती है. हिसार जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 447 हो चुकी है. सोमवार को 18 नए मामले सामने आए है.

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा ने बताया कि अभी तक 2,407 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 447 लोगों में डेंगू का संक्रमण मिला है. 226 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके है और फिलहाल जिले में 220 डेंगू सक्रिय मरीज है. सिविल सर्जन ने नागरिकों से डेंगू की बीमारी से बचने के लिए सभी सावधानियां अपनाने की अपील की गई है.

कैसे करवाएं टेस्ट: डेंगू होने से पहले उसकी जांच और डेंगू होने के बाद होने वाले उनके टेस्टों के बारे में सही जानकारी हो तो इलाज करना बहुत आसान हो जाता है. इसके साथ ही ज्यादा खर्चों से भी बचा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग की सलाह के मुताबिक डेंगू का टेस्ट हमेशा बुखार आने के 3 दिन बाद ही कराना चाहिए, क्योंकि अगर 3 दिन से पहले टेस्ट कराया जाता है तो उस टेस्ट में डेंगू हमेशा नेगेटिव आता है.

ये पढ़ें- डेंगू : भूलकर भी न करें इन लक्षणों को नजरअंदाज, ये हैं बचाव के तरीके

डेंगू होने से पहले उसकी जानकारी के लिए कार्ड या रैपिड टेस्ट करके भी डेंगू का नेगेटिव या पॉजिटिव होने का पता लगाया जा सकता है, लेकिन यह टेस्ट ज्यादा विश्वसनीय नहीं होता. अगर इसमें डेंगू पॉजिटिव आता है तो इलाज तुरंत शुरू कर दिया जाता है, वरना रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो डेंगू के लिए दूसरा टेस्ट कराना बेहद जरूरी हो जाता है, क्योंकि कई बार डेंगू पॉजिटिव होते हुए भी ये कार्ड नेगेटिव रिपोर्ट देता है.

एलाइजा टेस्ट- डेंगू चेक करने के लिए सबसे सही टेस्ट होता एलाइजा टेस्ट है. इसमें प्ले बनाकर टेस्ट किया जाता है. कई बार जब रैपिड टेस्ट में शंका रह जाती है तो यह टेस्ट किया जाता है और यह टेस्ट बेहद विश्वसनीय होता है.

पढ़ेंः डेंगू से बचना है तो ऐसे रखें सफाई

डेंगू होने के बाद कराने चाहिए यह टेस्ट: अगर किसी मरीज को डेंगू हो जाता है तो उसके लिए कंपलीट ब्लड काउंट टेस्ट (CBC TEST) ही महत्वपूर्ण रहता है, क्योंकि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो रही है या बढ़ रही है इसकी सही जानकारी कंपलीट ब्लड टेस्ट में प्राप्त की जा सकती है. मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या को जानने के लिए कई बार हर रोज यह टेस्ट कराया जाता है. फर्स्ट टेस्ट की कीमत करीब 300 रुपये होती है.

डेंगू से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

  • पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें
  • मच्छर मारने वाली दवा का उपयोग करें
  • घर से या किचन से निकलने वाले कचरे को ज्यादा जमा न होने दें
  • सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
  • घर की छत, कूलर, गमलों, टायर या अन्य जगहों पर पानी जमा न होने दें. ध्यान रहे कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है.

हिसार: जिला हिसार में डेंगू ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. सिविल अस्पताल में बेड खाली नहीं बचे है. वहीं ब्लड बैंक में भी ऑफर तफरी मची रहती है. हिसार जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 447 हो चुकी है. सोमवार को 18 नए मामले सामने आए है.

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुभाष खतरेजा ने बताया कि अभी तक 2,407 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 447 लोगों में डेंगू का संक्रमण मिला है. 226 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके है और फिलहाल जिले में 220 डेंगू सक्रिय मरीज है. सिविल सर्जन ने नागरिकों से डेंगू की बीमारी से बचने के लिए सभी सावधानियां अपनाने की अपील की गई है.

कैसे करवाएं टेस्ट: डेंगू होने से पहले उसकी जांच और डेंगू होने के बाद होने वाले उनके टेस्टों के बारे में सही जानकारी हो तो इलाज करना बहुत आसान हो जाता है. इसके साथ ही ज्यादा खर्चों से भी बचा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग की सलाह के मुताबिक डेंगू का टेस्ट हमेशा बुखार आने के 3 दिन बाद ही कराना चाहिए, क्योंकि अगर 3 दिन से पहले टेस्ट कराया जाता है तो उस टेस्ट में डेंगू हमेशा नेगेटिव आता है.

ये पढ़ें- डेंगू : भूलकर भी न करें इन लक्षणों को नजरअंदाज, ये हैं बचाव के तरीके

डेंगू होने से पहले उसकी जानकारी के लिए कार्ड या रैपिड टेस्ट करके भी डेंगू का नेगेटिव या पॉजिटिव होने का पता लगाया जा सकता है, लेकिन यह टेस्ट ज्यादा विश्वसनीय नहीं होता. अगर इसमें डेंगू पॉजिटिव आता है तो इलाज तुरंत शुरू कर दिया जाता है, वरना रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो डेंगू के लिए दूसरा टेस्ट कराना बेहद जरूरी हो जाता है, क्योंकि कई बार डेंगू पॉजिटिव होते हुए भी ये कार्ड नेगेटिव रिपोर्ट देता है.

एलाइजा टेस्ट- डेंगू चेक करने के लिए सबसे सही टेस्ट होता एलाइजा टेस्ट है. इसमें प्ले बनाकर टेस्ट किया जाता है. कई बार जब रैपिड टेस्ट में शंका रह जाती है तो यह टेस्ट किया जाता है और यह टेस्ट बेहद विश्वसनीय होता है.

पढ़ेंः डेंगू से बचना है तो ऐसे रखें सफाई

डेंगू होने के बाद कराने चाहिए यह टेस्ट: अगर किसी मरीज को डेंगू हो जाता है तो उसके लिए कंपलीट ब्लड काउंट टेस्ट (CBC TEST) ही महत्वपूर्ण रहता है, क्योंकि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो रही है या बढ़ रही है इसकी सही जानकारी कंपलीट ब्लड टेस्ट में प्राप्त की जा सकती है. मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या को जानने के लिए कई बार हर रोज यह टेस्ट कराया जाता है. फर्स्ट टेस्ट की कीमत करीब 300 रुपये होती है.

डेंगू से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

  • पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें
  • मच्छर मारने वाली दवा का उपयोग करें
  • घर से या किचन से निकलने वाले कचरे को ज्यादा जमा न होने दें
  • सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
  • घर की छत, कूलर, गमलों, टायर या अन्य जगहों पर पानी जमा न होने दें. ध्यान रहे कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है.
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