गुरुग्राम: सोहना तहसील में 50 दिन के बाद पंजीकरण का काम नए सॉफ्टवेयर के साथ शुरू किया गया है. अब नए सॉफ्टवेयर के आने के बाद लोगों को पहले टोकन लेना होगा. टोकन लेते समय ही एनओसी और अन्य जानकारियां देनी होगी, जिसके बाद ही टोकन के लिए अप्लाई किया जा सकेगा.
यही नहीं टोकन अप्लाई होने के बाद सॉफ्टवेयर के जरिए ही तारीख और समय दिया जाएगा, जिसके आधार पर ही खरीददार और विक्रेता को तहसील कार्यालय में जमीन से संबंधित दस्तावेज साथ ले जाने होंगे. टोकन लेते समय दर्शाए गए दस्तावेज और रजिस्ट्री के समय ले जाए जाने वाले दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही रजिस्ट्री को पंजीकृत किया जाएगा.
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गौरतलब है कि सोहना तहसील कार्यालय में अवैध रूप से प्रतिबंधित जमीनों की रजिस्ट्रियां पंजीकृत की गई थी. जिस मामले में सरकार ने संज्ञान लेते हुए 22 जुलाई से पत्र जारी कर किसी भी डॉक्यूमेंट का पंजीकरण नहीं करने को लेकर पत्र जारी कर दिया था. जिस मामले में सोहना तहसील में कार्यरत दोनों तहसीलदारों को सस्पेंड कर मुकदमा दर्ज किया गया था.वहीं तहसील कार्यालय में उन लोगों की जांच भी अभी जारी है जो अवैध रूप से रजिस्ट्री पंजीकृत करने के मामलों में संलिप्त थे.