करनालः हरियाणा में नगर निकाय चुनाव 2 मार्च को है. सभी उम्मीदवार और पार्टियां जीत के लिए दिन-रात पसीना बहा रहे हैं. चुनाव में करनाल मेयर सीट हॉट सीट बनी हुई है. चुनाव में इस बार दो पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला नहीं है, बल्कि एक पूर्व विधायक और एक मौजूदा विधायक की साख मैदान में है.
कांग्रेस और भाजपा से कौन हैं प्रत्याशी:
कांग्रेस पार्टी के द्वारा मनोज वाधवा को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया गया है. जबकि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पूर्व नगर निगम मेयर रेनू बाला गुप्ता को एक बार फिर से प्रत्याशी बनाया गया है. जहां दोनों में कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है तो वहीं यह अपनी सीट के साथ-साथ नगर निगम के सभी 20 वार्डों में प्रत्याशियों की जीत के लिए भी दिन-रात प्रचार कर रहे हैं. इस कारण मुकाबला काफी दिलचस्प होता जा रहा है.
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वरिष्ठ पत्रकार विनोद ने कहा कि इस बार करनाल नगर निगम चुनाव काफी चर्चा में है, क्योंकि यहां पर कांग्रेस पार्टी से मनोज वाधवा और भाजपा पार्टी से रेनू बाला गुप्ता ही चुनाव नहीं लड़ रही बल्कि यहां पर कांग्रेस पार्टी की पूर्व विधायक रह चुकी सुमिता सिंह और भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायक जगमोहन आनंद के बीच भी मुकाबला देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि ये दो विधायकों के बीच का मुकाबला बनता जा रहा है जो दिन-रात चुनाव में प्रचार कर रहे हैं, ताकि यहां पर जीत हासिल कर सकें. भाजपा करनाल विधायक जगमोहन आनंद, रेनू बाला गुप्ता की हैट्रिक लगाने के लिए दिन-रात लोगों के बीच में जाकर वोटों की अपील कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस पार्टी रेनू बाला गुप्ता की हैट्रिक लगने से रोकने के लिए पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने भी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी जान फूंक दी है.
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बागी नेता बिगाड़ सकते हैं कांग्रेस का खेल: वरिष्ठ पत्रकार विनोद ने कहा कि जगमोहन आनंद विधायक प्रचार में हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि उनके प्रत्याशी जीत हासिल कर सके. इसी के चलते पिछले सप्ताह मनोहर लाल खट्टर के सामने विधायक का चुनाव लड़ चुके कांग्रेस के पूर्व नेता सरदार त्रिलोचन सिंह को कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया गया है. उनके साथ ही करीब आधा दर्जन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है. हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान ने भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया है. वह भी बहुत जल्द भाजपा पार्टी में शामिल होने वाले हैं जिसके चलते पार्टी को और भी ज्यादा मजबूती मिलती हुई दिखाई दे रही है. ऐसे में कांग्रेस के बागी नेता जो भाजपा में शामिल हुए हैं या होने वाले हैं, उनकी वजह से कांग्रेस कमजोर होती हुई दिखाई दे रही है.
पंजाबी वोट बैंक करेगा जीत का निर्णय:
करनाल में सबसे ज्यादा पंजाबी समाज का वोट है. कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मनोज वाधवा पंजाबी समाज से आते हैं तो वहीं, भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायक जगमोहन आनंद भी पंजाबी समाज से हैं. अब देखने वाली बात यह होती है कि पंजाबी समाज किसको अपना समर्थन देता है और यहां से मेयर का ताज किसके सर सजता है.