गुरुग्राम: कोरोना महामारी ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है जिसके चलते प्रवासी मजदूरों ने अभी से ही पलायन करना शुरू कर दिया है. गुरुग्राम से जो तस्वीरें सामने आई है उसे देख कर आप सभी की पिछले साल की यादें ताजा हो जाएंगी.
बस अड्डों पर प्रवासियों की भीड़
यहां के बस अड्डों पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ बढ़ने लगी है और ये सभी अपने घर वापस जाने लगें हैं. हर दिन कोरोना के मामलों की संख्या जहां बढ़ रही है तो वहीं सक्रिय मरीजों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. जिसके चलते हरियाणा सरकार ने फिर से पाबंदियां लगा दी है और नाइट कर्फ्यू भी अब लगा दिया गया है.
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इन पाबंदियों के बीच कामकाज पर असर पड़ने लगा है और फिर से मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. बस के इंतजार में खड़े मजदूरों से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि कोरोना का कहर फिर बढ़ने लगा है और हम नहीं चाहते की पिछले वर्ष की तरह हमारा बुरा हाल हो.
इन मजदूरों का कहना था कि पिछले वर्ष लॉक डाउन के समय हमें काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ा था और राज्य सरकार की तरफ से कोई भी मदद नहीं की गई थी इसलिए हम अभी अपने घर जाना चाहते हैं.
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एक युवक ने बताया कि वो गुरुग्राम में आईसक्रीम की रेहड़ी लगाता है और पिछले साल लॉकडाउन के समय पैदल ही बिहार के सीतामढ़ी तक गया था इसलिए उसने आज पहले ही बस की टिकट दोगुने दाम पर बुक करवा ली है और अब वो गुरुग्राम कभी वापस नहीं आएगा.
दरअसल हरियाणा सरकार ने मंगलवार से नाइट कर्फ्यू के आदेश जारी कर गिए हैं जिसके बाद प्रवासी मजदूरों में एक डर का माहौल बन बन गया है कि कहीं सरकार अब राज्य में लॉकडाउन लगाने की घोषणा ना कर दे और इसी डर के चलते वो अब शहर छोड़ कर अपने गृह राज्य जा रहे हैं.
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बता दें कि पिछले साल लॉक डाउन के बाद प्रवासी मजदूरों द्वारा पलायन शुरू कर दिया था और कोई लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने गृह राज्य जा रहा थे तो कोई साइकिल या अन्य वाहन से अपने घर की तरफ से जा रहा था. वहीं अब प्रवासियों का कहना है कि पिछले साल जैसे हालात इस साल ना उत्पन्न हो जाए इसलिए वो ऐतिहातन अभी से ही अपने गृह राज्य जा रहे हैं.