गुरुग्रामः गुरुवार को जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राव कमलबीरसिंह ने जेडीयू को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इस दौरान उन्होंने अपने भाई और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर के खिलाफ बादशाहपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की दावेदारी भी ठोकी. इसके अलावा राव कमलबीर सिंह ने राव नरबीर के घोटाले को पूरे सबूतों के साथ चुनाव में जनता के बीच ले जाने की भी बात कही है.
एक ओर जहां राव कमलबीर सिंह के कांग्रेस का दामन थामने से हरियाणा कांग्रेस और भी मजबूत हो गई है. वहीं राव कमलबीरसिंह से जब हमने जेडीयू छोड़ने की वजह जाननी चाही तो राव कमलबीरने सीधे-सीधे नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने चुनाव अकेले लड़ा था. जिसके बाद उन्होंने मोदी सरकार से गठबंधन कर लिया.
'नीतीश कुमार ने दिया जनता को धोखा'
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कमलबीरसिंह ने कहा कि जनता ने मोदी सरकार से बचने के लिए नीतीश को वोट दिया था लेकिन उन्होंने मोदी सरकार से हाथ मिलाकर जनता के साथ धोखा किया. जिसकी वजह से राव कर्मवीर ने जेडीयू को अलविदा कह दिया.
अपने ही भाई के खिलाफ उतरेंगे चुनाव में!
वहीं राव कमलबीरसे जब गया कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने पहले तो हाईकमान की इच्छा की बात कही लेकिन राव कमलबीरअपनी इच्छा बताने से भी नहीं चूके. राव कमलबीर की मानें तो वो बादशाहपुर विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं जिस सीट पर उनके भाई और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह विधायक है.
'राव नरबीर सिंह के घोटालों का होगा पर्दाफाश'
मौका मिलते ही राव कमलबीरने अपने भाई राव नरबीर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वो राव नरबीर ने जितने भी घोटाले किए हैं उन सभी घोटालों का चुनाव के दौरान खुलासा करेंगे और उनके सारे घोटालों का काला चिट्ठा भी उन्हीं के पास मौजूद है.
कांग्रेस को होगा कितना फायदा?
हरियाणा में चुनाव नजदीक है ऐसे में नेताओं का पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में आना जाना लगा रहता है. ऐसे में जब हरियाणा के दिग्गज नेता राव कमलबीर के कांग्रेस का दामन थामा है तो ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि इससे कांग्रेस को कितना फायदा होता है.