गुरुग्राम: दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पेट्रोल-डीजल वाले कमर्शियल वाहनों और ट्रकों की एंट्री पर प्रतिबंध (Trucks Entry Ban In Delhi) लगाया है. जिससे NH-8 के जरिये दिल्ली में प्रवेश करने वाले कमर्शियल वाहनों को गरुग्राम में ही रोक दिया जा रहा है. दिल्ली सरकार के इस प्रतिबंध के बाद दिल्ली और दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों की ओर जाने वाले ट्रकों की गुरुग्राम में कतार लग गई है. ट्रकों में कई दिनों से इंडस्ट्रियल और कमर्शियल माल रुका हुआ है. ऐसे में ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्रीज को रोजाना करोड़ों का नुकसान (Transporters Problem Trucks Entry Ban In Delhi) का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल NH-8 के जरिए जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, कर्नाटका आदि प्रदेशों से वाहन दिल्ली में प्रवेश करते हैं और अब प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. ट्रांसपोर्टर और इंडस्ट्रीज का कहना है कि उन्हें रोजाना कई करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. ट्रांसपोर्टर्स की माने तो यूरो 6 इंजन वाली गाड़ी सरकार ने इसलिए जरूरी की थी, क्योंकि वह बेहद कम प्रदूषण करती है. अब दिल्ली में ट्रकों की एंट्री बंद करके प्रदूषण तो कम नहीं हो रहा बल्कि देश को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
वहीं दूसरी ओर उद्योगपति दीपक दुग्गल की माने तो सरकार के इस तरह के आदेशों से इंडस्ट्री को बेहद नुकसान होता है. जहां पहले ही कोरोना काल के चलते इंडस्ट्रीज को नुकसान का सामना करना पड़ा तो अब इस तरह के फैसले से इंडस्ट्री की कमर टूट जाती है. फिलहाल दिल्ली सरकार ने ट्रकों की एंट्री पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन उसके बावजूद एनसीआर में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ है.
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बता दें कि दिल्ली में मालवाहक ट्रकों का प्रवेश 7 दिसंबर तक बंद किया गया है. सीएनजी-इलेक्ट्रिक ट्रक दिल्ली जा सकते हैं. सीएनजी ट्रकों को प्रवेश मिलेगा. साथ ही आवश्यक सामान लेकर दिल्ली जा रहे ट्रकों को भी प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, लेकिन गैर जरूरी समान ढो रहे ट्रकों का प्रवेश वर्जित किया है.
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