गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम के धनकोट गांव के सरकारी स्कूल में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. जहां एक आठवीं कक्षा के छात्र शिवम पर उसी की ही कक्षा में पढ़ने वाले छात्र आकाश ने उसके शरीर पर एसिड फेंक दिया. जिससे शिवम के मुंह और गर्दन पर जाने से वो जल गया. टीचर ने तुरंत अशोक की मदद से उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि ये सब प्रिंसिपल सुशीला देवी द्वारा छात्रों से शौचालय साफ कराने के दौरान हुआ.
ये है पूरा मामला
दरअसल, धनकोट गांव के सरकारी स्कूल में सुशीला देवी प्रिंसिपल हैं. हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा प्रिंसिपल सुशीला देवी को इस पूरे स्कूल की देखरेख और बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जाए उसका शिक्षा विभाग ने जिम्मा दिया हुआ है, लेकिन ये सच्चाई कोसो दूर है. क्योंकि इस स्कूल में बच्चों से पढ़ाई नहीं बल्कि सफाई कराई जाती है और ना करने पर पिटाई की जाती है.
वहीं वीरवार को सुबह 10:30 बजे आठवीं कक्षा के छात्रों से स्कूल की सफाई कराई जा रही थी. जिसमें चार छात्रों की ड्यूटी शौचालय साफ करने में लगाई हुई थी. आकाश, भूपेंद्र, हिमांशु और शिवम शौचालय की सफाई कर रहे थे. ऐसे में वहां पर एसिड रखा हुआ था और आकाश ने वो एसिड शिवम पर फेंक दिया, लेकिन स्कूल प्रशासन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. बल्कि अस्पताल में डॉक्टर को ये बताया गया कि छात्र शिवम साइंस का एक्सपेरिमेंट कर रहा था. जिससे मुंह पर कुछ रसायन प्रदार्थ आ गया.
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डॉक्टर ने भी पुलिस को बिना सूचित किए बच्चे का इलाज कर दिया. इतना ही नहीं कोई भी टीचर ने उस छात्र का हाल तक नहीं जाना, बल्कि एक हजार रुपये का लालच देकर घर पर किसी को नहीं बताने के लिए कहा.
सरपंच ने प्रिंसिपल पर लगाए ये आरोप
वहीं धनकोट के सरपंच दिनेश का कहना है कि ये बड़े शर्म की बात है कि प्रिंसिपल द्वारा बच्चों को कहा गया है कि सफाई को ज्यादा महत्व देना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रिंसिपल पूरे स्कूल में पढ़ाई की बजाय सफाई अभियान चलवाती है. वो इसलिए कहीं प्रधानमंत्री की योजनाओं को पलीता ना लग जाए. बेशक बच्चों का भविष्य बिगड़ जाए.
पीड़ित की मां पूनम ने कहा कि बच्चा घर में कुछ बोल ही नहीं रहा था कि उसको क्या हुआ है, क्योंकि मैडम ने उसे धमकाया हुआ था कि घर पर कुछ भी नहीं बताना है. इतना ही नहीं पीड़ित की मां पूनम ने ये भी कहा कि सरकारी स्कूल में बच्चा पढ़ने जाता है, लेकिन मैडम बाहर धूप में बैठ जाती है और बच्चों से झाड़ू और शौचालय साफ करवाती है.
हालांकि, अब इस पूरे मामले में पुलिस को भी शिकायत दे दी गई है और पुलिस ने मौके पर आकर पीड़ित से बयान ले लिये हैं. वही जांच अधिकारी परमानंद का कहना है कि बच्चों से टॉयलेट साफ कराए जा रहे थे और उस दौरान आठवीं कक्षा के एक बच्चे आकाश ने दूसरे बच्चे शिवम पर एसिड फेंक दिया. अब ये जांच का विषय है कि बच्चे ने जानबूझकर फेंका है या ये सब खेल की वजह से हुआ है.