फतेहाबादः शहर में मूसलाधार बरसात से सड़कों और गलियों में पानी भर गया. बरसात के कारण (Waterlogging in Fatehabad) सबसे अधिक 12वीं कक्षा को पेपर देने आए छात्रों को मुश्किलें हुई. छात्र 2-3 फूट पानी से निकल कर स्कूल पहुंचे और पेपर दिया. छात्रों के साथ पेपर दिलवाने आए अभिभावक भी जलभराव के कारण परेशान हुए. छात्रों के अलावा स्थानीय लोग और काम पर जाने वाले लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
अरोड़वंश धर्मशाला रोड पर भी जलभराव हो गया और पानी दुकानों में घूस गया. बरसात के कारण पानी में वाहन भी नहीं चल पा रहे थे. मोटरसाइकिल बंद हो गए और लोग उन्हें पैदल खींच कर ले जाते दिखाई दिए. जलभराव होने से नाराज लोग जमकर प्रशासन और सरकार को कोसते नजर आए. स्थानीय लोगों ने कहा कि (rain in fatehabad) बरसात होते ही शहर तालाब बन जाता है. जलभराव के चलते दुकानदारी ठप हो जाती है और कहीं आना जाना भी दुभर हो जाता है.
कई बार प्रशासन व जन प्रतिनिधियों से जल निकासी की समस्या को लेकर कह चूके हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारी और जन प्रतिनिधि उनकी सुनते नहीं हैं. चुनाव के समय सब जल निकासी करवाने की व्यवस्था करने के वादे करते हैं लेकिन जीत के बाद कोई समस्या का समाधान नहीं करता है. पानी की निकासी के लिए तुलसीदास चौक पर बूस्टिंग स्टेशन भी बनाया गया है लेकिन (Water filled in shops in Fatehabad) पानी की निकासी अकेले के बूस्टिंग स्टेशन के बस की बात नहीं है.
स्थानीय लोगों को कहना है कि कई साल से जलभराव की समस्या से बेहाल हैं लेकिन कोई उनकी सुध नहीं ले रहा है. थोड़ी से बरसात लोगों के लिए आफत बन जाती है जिससे दुकानों में रखा सामान भी खराब हो जाता है. अगर बरसात दोबारा हो जाती है तो फिर और मुश्किलें शहरवासियों के लिए हो सकती है.