फतेहाबाद: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का उनके गृह क्षेत्र टोहाना में दलित समुदाय के लोगों ने जबरदस्त विरोध किया है. बराला टोहाना की इंदिरा कॉलोनी में पार्टी के एक चुनावी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे और यहां भारी संख्या में दलित समुदाय के लोगों ने दिल्ली के रविदास मंदिर को तोड़े जाने के मामले में बराला के विरोध में नारेबाजी की. जबरदस्त विरोध के बाद बराला कार्यक्रम से जैसे-तैसे वापस निकले और उसके बाद विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस एक्शन शुरू हुआ.
प्रदर्शनकारियों के साथ पत्रकार भी हिरासत में
सिटी थाना पुलिस ने बराला का विरोध कर रहे लोगों और मौके पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार को हिरासत में लिया और इन सभी के खिलाफ बीजेपी के कार्यकर्ता पर हमला करने मारपीट करने और बीजेपी कार्यकर्ता की पत्नी से छेड़छाड़ करने के आरोपों संबंधी कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. पत्रकार और दलित समुदाय के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.
'रविदास मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ विरोध किया'
टोहाना में रविदास मंदिर सभा कमेटी के प्रधान अमित खोबड़ा ने बताया कि दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़े जाने से समाज में नाराजगी है और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला कभी भी इस मामले में दलित समुदाय से बातचीत करने के लिए या उनकी आवाज उठाने के लिए सामने नहीं आए.
बीजेपी कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती
अस्पताल में भर्ती बीजेपी के ओबीसी मोर्चा सेल के अध्यक्ष लखविंदर ने बताया कि बराला के कार्यक्रम में जाते हुए उसे उसकी पत्नी को शरारती तत्वों ने इंदिरा कॉलोनी में रोका और उसके ऊपर तेजधार हथियार और डंडों से हमला किया गया.
पत्रकार को झूठे केस में फंसाया जा रहा है-संपादक
अखबार के संपादक कुलदीप खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि सुखदेव मलिक क्षेत्र में बराला की कई कारगुज़ारियों का पहले ही खुलासा कर चुके हैं और इसी से खफा होकर देर रात मौका मिलने पर सुखदेव मलिक को झूठे केस में फंसा कर बराला पत्रकारों की आवाज दबाने का काम करना चाहते हैं.
रविदास मंदिर तोड़े जाने का विरोध
इस पूरे मामले में दलित समुदाय के जिन युवकों को पुलिस ने नामजद किया है और हिरासत में लिया है उन पर आरोप है कि जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार की ओर से दलित समुदाय के लोगों को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करके बराला के खिलाफ हंगामा करवाया गया. हालांकि दलित समुदाय ने स्पष्ट तौर पर इस बात का खंडन किया है और उन्होंने कहा है कि दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में ही बीजेपी से खफा दलित समुदाय के लोगों ने बराला का विरोध किया था.
हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए सिटी थाना के एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में मामू नाम के एक व्यक्ति की ओर से चुनावी कार्यक्रम के तहत इंदिरा कॉलोनी में चाय पानी का प्रोग्राम रखा गया था. इस दौरान कुछ लोग बराला के विरोध में पहुंचे और मौके पर हंगामा हुआ. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.
7 लोग नामजद
एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लखविंदर की शिकायत पर करीब 7 लोगों को नामजद किया गया है और 10 से 12 अन्य लोगों को भी मामले में आरोपी बनाया गया. एसएचओ ने बताया कि मौके पर एक पत्रकार सुखदेव को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. फरार अन्य लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है.
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