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टोहाना: दलित समुदाय ने किया सुभाष बराला का विरोध, रविदास मंदिर तोड़े जाने से थे नाराज

फतेहाबाद के टोहाना में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को विरोध का सामना करना पड़ा. दलित समुदाय के लोगों ने बराला के खिलाफ नारेबाजी की.

protest against subhash barala in tohana
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Published : Oct 7, 2019, 1:15 PM IST

Updated : Oct 7, 2019, 3:24 PM IST

फतेहाबाद: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का उनके गृह क्षेत्र टोहाना में दलित समुदाय के लोगों ने जबरदस्त विरोध किया है. बराला टोहाना की इंदिरा कॉलोनी में पार्टी के एक चुनावी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे और यहां भारी संख्या में दलित समुदाय के लोगों ने दिल्ली के रविदास मंदिर को तोड़े जाने के मामले में बराला के विरोध में नारेबाजी की. जबरदस्त विरोध के बाद बराला कार्यक्रम से जैसे-तैसे वापस निकले और उसके बाद विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस एक्शन शुरू हुआ.

टोहाना में सुभाष बराला का विरोध, देखें वीडियो

प्रदर्शनकारियों के साथ पत्रकार भी हिरासत में

सिटी थाना पुलिस ने बराला का विरोध कर रहे लोगों और मौके पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार को हिरासत में लिया और इन सभी के खिलाफ बीजेपी के कार्यकर्ता पर हमला करने मारपीट करने और बीजेपी कार्यकर्ता की पत्नी से छेड़छाड़ करने के आरोपों संबंधी कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. पत्रकार और दलित समुदाय के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.

'रविदास मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ विरोध किया'

टोहाना में रविदास मंदिर सभा कमेटी के प्रधान अमित खोबड़ा ने बताया कि दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़े जाने से समाज में नाराजगी है और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला कभी भी इस मामले में दलित समुदाय से बातचीत करने के लिए या उनकी आवाज उठाने के लिए सामने नहीं आए.

बीजेपी कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती

अस्पताल में भर्ती बीजेपी के ओबीसी मोर्चा सेल के अध्यक्ष लखविंदर ने बताया कि बराला के कार्यक्रम में जाते हुए उसे उसकी पत्नी को शरारती तत्वों ने इंदिरा कॉलोनी में रोका और उसके ऊपर तेजधार हथियार और डंडों से हमला किया गया.

पत्रकार को झूठे केस में फंसाया जा रहा है-संपादक

अखबार के संपादक कुलदीप खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि सुखदेव मलिक क्षेत्र में बराला की कई कारगुज़ारियों का पहले ही खुलासा कर चुके हैं और इसी से खफा होकर देर रात मौका मिलने पर सुखदेव मलिक को झूठे केस में फंसा कर बराला पत्रकारों की आवाज दबाने का काम करना चाहते हैं.

रविदास मंदिर तोड़े जाने का विरोध

इस पूरे मामले में दलित समुदाय के जिन युवकों को पुलिस ने नामजद किया है और हिरासत में लिया है उन पर आरोप है कि जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार की ओर से दलित समुदाय के लोगों को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करके बराला के खिलाफ हंगामा करवाया गया. हालांकि दलित समुदाय ने स्पष्ट तौर पर इस बात का खंडन किया है और उन्होंने कहा है कि दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में ही बीजेपी से खफा दलित समुदाय के लोगों ने बराला का विरोध किया था.

हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में लिया

पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए सिटी थाना के एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में मामू नाम के एक व्यक्ति की ओर से चुनावी कार्यक्रम के तहत इंदिरा कॉलोनी में चाय पानी का प्रोग्राम रखा गया था. इस दौरान कुछ लोग बराला के विरोध में पहुंचे और मौके पर हंगामा हुआ. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.

7 लोग नामजद

एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लखविंदर की शिकायत पर करीब 7 लोगों को नामजद किया गया है और 10 से 12 अन्य लोगों को भी मामले में आरोपी बनाया गया. एसएचओ ने बताया कि मौके पर एक पत्रकार सुखदेव को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. फरार अन्य लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है.

ये भी पढ़ें- ओम प्रकाश चौटाला का बयान, 'मेरी जेल अवधि पूरी हो चुकी फिर भी नहीं छोड़ा जा रहा'

फतेहाबाद: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का उनके गृह क्षेत्र टोहाना में दलित समुदाय के लोगों ने जबरदस्त विरोध किया है. बराला टोहाना की इंदिरा कॉलोनी में पार्टी के एक चुनावी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे और यहां भारी संख्या में दलित समुदाय के लोगों ने दिल्ली के रविदास मंदिर को तोड़े जाने के मामले में बराला के विरोध में नारेबाजी की. जबरदस्त विरोध के बाद बराला कार्यक्रम से जैसे-तैसे वापस निकले और उसके बाद विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस एक्शन शुरू हुआ.

टोहाना में सुभाष बराला का विरोध, देखें वीडियो

प्रदर्शनकारियों के साथ पत्रकार भी हिरासत में

सिटी थाना पुलिस ने बराला का विरोध कर रहे लोगों और मौके पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार को हिरासत में लिया और इन सभी के खिलाफ बीजेपी के कार्यकर्ता पर हमला करने मारपीट करने और बीजेपी कार्यकर्ता की पत्नी से छेड़छाड़ करने के आरोपों संबंधी कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. पत्रकार और दलित समुदाय के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.

'रविदास मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ विरोध किया'

टोहाना में रविदास मंदिर सभा कमेटी के प्रधान अमित खोबड़ा ने बताया कि दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़े जाने से समाज में नाराजगी है और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला कभी भी इस मामले में दलित समुदाय से बातचीत करने के लिए या उनकी आवाज उठाने के लिए सामने नहीं आए.

बीजेपी कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती

अस्पताल में भर्ती बीजेपी के ओबीसी मोर्चा सेल के अध्यक्ष लखविंदर ने बताया कि बराला के कार्यक्रम में जाते हुए उसे उसकी पत्नी को शरारती तत्वों ने इंदिरा कॉलोनी में रोका और उसके ऊपर तेजधार हथियार और डंडों से हमला किया गया.

पत्रकार को झूठे केस में फंसाया जा रहा है-संपादक

अखबार के संपादक कुलदीप खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि सुखदेव मलिक क्षेत्र में बराला की कई कारगुज़ारियों का पहले ही खुलासा कर चुके हैं और इसी से खफा होकर देर रात मौका मिलने पर सुखदेव मलिक को झूठे केस में फंसा कर बराला पत्रकारों की आवाज दबाने का काम करना चाहते हैं.

रविदास मंदिर तोड़े जाने का विरोध

इस पूरे मामले में दलित समुदाय के जिन युवकों को पुलिस ने नामजद किया है और हिरासत में लिया है उन पर आरोप है कि जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार की ओर से दलित समुदाय के लोगों को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करके बराला के खिलाफ हंगामा करवाया गया. हालांकि दलित समुदाय ने स्पष्ट तौर पर इस बात का खंडन किया है और उन्होंने कहा है कि दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में ही बीजेपी से खफा दलित समुदाय के लोगों ने बराला का विरोध किया था.

हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में लिया

पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए सिटी थाना के एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में मामू नाम के एक व्यक्ति की ओर से चुनावी कार्यक्रम के तहत इंदिरा कॉलोनी में चाय पानी का प्रोग्राम रखा गया था. इस दौरान कुछ लोग बराला के विरोध में पहुंचे और मौके पर हंगामा हुआ. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.

7 लोग नामजद

एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लखविंदर की शिकायत पर करीब 7 लोगों को नामजद किया गया है और 10 से 12 अन्य लोगों को भी मामले में आरोपी बनाया गया. एसएचओ ने बताया कि मौके पर एक पत्रकार सुखदेव को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. फरार अन्य लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है.

ये भी पढ़ें- ओम प्रकाश चौटाला का बयान, 'मेरी जेल अवधि पूरी हो चुकी फिर भी नहीं छोड़ा जा रहा'

Intro:रविदास मंदिर तोड़ने के मामले में फ़तेहाबाद में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का दलित समाज ने किया जबरदस्त विरोध, मारपीट, भाजपा का एक कार्यकर्ता घायल, एफआईआर दर्ज, एसएचओ बोले-केस दर्ज कर लिया गया है, एक पत्रकार सहित 2 लोग हिरासत में लिए गए, दलित समाज के नेता बोले-राजनीतिक साजिश का आरोप लगाकर दर्ज किया गया है मामला, एससी समाज बराला का पूरे प्रदेश में करेगा विरोध, केस वापिस लेने की मांग, कहा-भाजपा के खिलाफ वोट करेगा पूरा एससी समाज।Body:भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का उनके गृह क्षेत्र टोहाना में दलित समुदाय के लोगों द्वारा जबरदस्त विरोध किया गया है। बराला टोहाना की इंदिरा कॉलोनी में पार्टी के एक चुनावी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे और यहां भारी संख्या में दलित समुदाय के लोगों ने दिल्ली के रविदास मंदिर को तोड़े जाने के मामले में बराला के विरोध में नारेबाजी की। जबरदस्त विरोध के बाद बराला कार्यक्रम से जैसे तैसे वापस निकले और उसके बाद विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस एक्शन शुरू हुआ। सिटी थाना पुलिस ने बराला का विरोध कर रहे कई लोगों और मौके पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार को हिरासत में लिया और इन सभी के खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ता पर हमला करने मारपीट करने और भाजपा कार्यकर्ता की पत्नी से छेड़छाड़ करने के आरोपों संबंधी कई धाराओं के तहत एफ आई आर दर्ज की है। पत्रकार और दलित समुदाय के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए सिटी थाना के एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इंदिरा कॉलोनी में मामू नाम के एक व्यक्ति की ओर से चुनावी कार्यक्रम के तहत इंदिरा कॉलोनी में चाय पानी का प्रोग्राम रखा गया था। इस दौरान कुछ लोग बराला के विरोध में पहुंचे और मौके पर हंगामा हुआ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ की मामले में लखविंदर उर्फ लक्खी नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दी है कि वह अपनी पत्नी के साथ बराला के कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहा था और इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने उसे और उसकी पत्नी को कार्यक्रम में जाने से रोका और पत्नी के साथ गाली गलौच की। लखविंदर का आरोप है कि उसके ऊपर तेजधार हथियार से वार किया गया और मारपीट कर घायल कर दिया गया। एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लखविंदर की शिकायत पर करीब 7 लोगों को नामजद किया गया है और 10 से 12 अन्य लोगों को भी मामले में आरोपी बनाया गया। एसएचओ ने बताया कि मौके पर एक पत्रकार सुखदेव को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार अन्य लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है। वहीं इस पूरे मामले पर बराला के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करने वाले दलित समुदाय के लोगों ने बताया कि दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़े जाने से समाज भाजपा के खिलाफ है और केवल सुभाष बराला ही नहीं हरियाणा में उचाना से पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता का भी विरोध किया गया है। टोहाना में रविदास मंदिर सभा कमेटी के प्रधान अमित खोबड़ा ने बताया कि दिल्ली में रविदास मंदिर तोड़े जाने से समाज में नाराजगी है और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला कभी भी इस मामले में दलित समुदाय से बातचीत करने के लिए या उनकी आवाज उठाने के लिए सामने नहीं आए। अब बराला वोट मांगने के लिए दलित समुदाय के पास पहुंचे तो उनके खिलाफ विरोध जताया गया और यह विरोध शांतिपूर्वक था। अमित व संजय ने कहा कि सुभाष बराला को इंदिरा कॉलोनी में आना ही नहीं चाहिए था और आए तो उनका विरोध जताया गया। विरोध जताने पर समाज के लोगों और एक पत्रकार के खिलाफ झूठा केस बनाकर कार्रवाई की जा रही है जिसे दलित समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा। अमित खोबड़ा ने कहा कि लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई से समाज में नाराजगी है और हरियाणा में भाजपा के खिलाफ वोट डालकर वे दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने का बदला लेंगे। अमित खोबड़ा ने दलित समुदाय की ओर से सीधी चेतावनी दी है कि यदि टोहाना में विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ झूठा केस बनाकर कार्रवाई की जाती है तो पूरे हरियाणा में दलित समुदाय भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेगा और चुनाव में वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाएगा। अस्पताल में भर्ती भाजपा के ओबीसी मोर्चा सेल के अध्यक्ष लखविंदर ने बताया कि बराला के कार्यक्रम में जाते हुए उसे उसकी पत्नी को शरारती तत्वों ने इंदिरा कॉलोनी में रोका और उसके ऊपर तेजधार हथियार और डंडों से हमला किया गया। लखविंदर ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के साथ बदसलूकी की गई इसके बाद हमने पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले में पत्रकार के खिलाफ केस दर्ज होने की सूचना मिलने पर संबंधित अखबार के संपादक भी टोहाना पहुंचे और उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अपने क्षेत्र में ही नहीं पूरे हरियाणा में ही पत्रकारों के खिलाफ इस तरह का रवैया बनाए हुए हैं। अखबार के संपादक कुलदीप खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि सुखदेव मलिक क्षेत्र में बराला की कई कारगुज़ारियों का पहले ही खुलासा कर चुके हैं और इसी से खफा होकर देर रात मौका मिलने पर सुखदेव मलिक को झूठे केस में फंसा कर बराला पत्रकारों की आवाज दबाने का काम करना चाहते हैं। कुलदीप खंडेलवाल ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष की इस तरह की हरकतों से हम डरने वाले नहीं हैं। हम विभिन्न पत्रकार यूनियन के साथ मिलकर प्रदेशाध्यक्ष बराला इस तरह की कोशिशों का विरोध करते रहेंगे। इस पूरे मामले में दलित दलित समुदाय के जिन युवकों को पुलिस ने नामजद किया है और हिरासत में लिया है उन पर आरोप है कि जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार की ओर से दलित समुदाय के लोगों को राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करके बराला के खिलाफ हंगामा करवाया गया हालांकि दलित समुदाय ने स्पष्ट तौर पर इस बात का खंडन किया है और उन्होंने कहा है कि दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में ही भाजपा से खफा दलित समुदाय के लोगों ने बराला का विरोध किया था।
बाईट : लखविंदर, घायल, प्रधान, भाजपा ओबीसी मोर्चा सेल, फ़तेहाबाद।

फ़ाइल 05 : बाईट : अमित खोबड़ा, गुरू रविदास मंदिर सभा, टोहाना।

फ़ाइल 06 : बाईट : संजय कुमार, बराला के विरोध करने वाला युवक।

फ़ाइल 07 : बाईट : कुलदीप खंडेलवाल, संपादक, विश्वप्रेम अखबार।

फ़ाइल 08 : बाईट : सुरेंद्र सिंह, एसएचओ, सिटी थाना टोहाना (फ़तेहाबाद)।Conclusion:
Last Updated : Oct 7, 2019, 3:24 PM IST
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