फतेहाबाद: एनएचएम (National Health Mission) कर्मचारी सोमवार यानी आज से तीन दिन की हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वो अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. कर्मचारियों ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (chief minister manohar lal haryana) की घोषणा के बाद भी पूरी नहीं की गई हैं. जिसकी वजह से एनएचएम कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है.
उनकी ये हड़ताल सोमवार 27 जून से बुधवार 29 जून तक जारी रहेगी. इसी कड़ी में सोमवार को एनएचएम कर्मचारियों ने फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल के बाहर धरना (nhm employees strike in fatehabad) देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा एनएचएम कर्मचारियों की मांगें ना माने जाने के कारण इस कड़े कदम को उठाने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के 3 चरणों में प्रदेश भर के ज्यादातर कर्मचारी कोरोना से पीड़ित ही नहीं हुए, बल्कि कुछ कर्मचारियों ने अपनी शहादत भी दी, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार लगातार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है. मुख्यमंत्री ने 6 महीने पहले 7वां वेतन देने की घोषणा की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारी इसकी अनदेखी कर ही रहे हैं. इसके अलावा सेवा नियमों को भी खत्म करने की मंशा पाल रखी है, जिस वजह से प्रदेशभर के एनएचएम कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर जाने को मजबूर हुए हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगें 7वां वेतन आयोग का लाभ देने की घोषणा को पूरा करना, सर्विस नियम 2018 को बहाल रखना एवं उनमें संशोधन करना, नियमित कर्मचारियों की तरह अन्य सभी लाभ एवं 58 साल तक सेवा सुरक्षा देना आदि शामिल है. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं करती तब तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा. अब तीन दिन की हड़ताल की गई है. इसके बाद मीटिंग करके आगे की रणनीति की भी जल्द घोषणा की जाएगी.