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फतेहाबाद में किसानों की बैठक: बाढ़ प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार के मुआवजे की मांग, चंडीगढ़ से करेंगे आंदोलन का ऐलान

फतेहाबाद में पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन ने नई सब्जी मंडी में अहम बैठक की. बैठक में किसानों ने हरियाणा सरकार से बाढ़ प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की.

farmers meeting in fatehabad
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Published : Jul 27, 2023, 4:53 PM IST

फतेहाबाद में पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन ने नई सब्जी मंडी में अहम बैठक की. बैठक में किसानों ने हरियाणा सरकार से बाढ़ प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन फतेहाबाद डीसी को सौंपा. पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनदीप नथवान ने कहा कि मुआवजे की मांग को लेकर हरियाणा के सभी किसान संगठन 8 अगस्त को चंडीगढ़ में बैठक करेंगे.

ये भी पढ़ें- पोर्टल के बहाने मुआवजा देने में देरी कर रही सरकार, बाढ़ पीड़ितों को तुरंत मिले राहत- भूपेंद्र हुड्डा

मनदीप नथवान ने कहा कि चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में आगे की रणनीति बनाई जाएगी. अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 18 अगस्त को किसान संगठन फतेहाबाद के डीसी के कार्यालय पर पक्का मोर्चा लगाएंगे. वो मोर्चा तब तक जारी रहेगा. जब तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा कि किसान बाढ़ के पानी के चलते लगातार परेशान हैं. बाढ़ से उनको काफी नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाने की बात कह रही है.

पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ज्यादातर किसानों को पोर्टल की जानकारी नहीं है. बाढ़ की वजह से गांवों में बिजली नहीं आ रही है. ऐसे में वो पोर्टल पर ऑनलाइन कैसे अप्लाई करें. हरियाणा सरकार को गिरदावरी करवाकर तुरंत किसानों को मुआजवा राशि देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार के द्वारा नहरों और नालों की समय पर सफाई करवाई गई होती, तो हरियाणा में बाढ़ के कारण लोगों को नुकसान नहीं झेलना पड़ता.

ये भी पढ़ें- Haryana Weather Update: हरियाणा में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी, कई जिलों में जलभराव से लोग परेशान

किसानों की मांगें: सरकार किसानों को तुरंत प्रभाव से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे. जिन किसानों के ट्यूबवैल खराब हुए हैं. उनको अलग से मुआवजा दिया जाए. किसानों और मजदूरों का 1 साल का बिजली बिल माफ किया जाए. किसानों के प्राइवेट और सरकारी बैंक के कर्ज को माफ किया जाए. वहीं जिन किसानों ने पंचायती जमीन ठेके ले रखी है. उनका ठेका माफ किया जाए.

फतेहाबाद में पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन ने नई सब्जी मंडी में अहम बैठक की. बैठक में किसानों ने हरियाणा सरकार से बाढ़ प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन फतेहाबाद डीसी को सौंपा. पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनदीप नथवान ने कहा कि मुआवजे की मांग को लेकर हरियाणा के सभी किसान संगठन 8 अगस्त को चंडीगढ़ में बैठक करेंगे.

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मनदीप नथवान ने कहा कि चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में आगे की रणनीति बनाई जाएगी. अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 18 अगस्त को किसान संगठन फतेहाबाद के डीसी के कार्यालय पर पक्का मोर्चा लगाएंगे. वो मोर्चा तब तक जारी रहेगा. जब तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा कि किसान बाढ़ के पानी के चलते लगातार परेशान हैं. बाढ़ से उनको काफी नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाने की बात कह रही है.

पगड़ी संभाल जट्टा किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ज्यादातर किसानों को पोर्टल की जानकारी नहीं है. बाढ़ की वजह से गांवों में बिजली नहीं आ रही है. ऐसे में वो पोर्टल पर ऑनलाइन कैसे अप्लाई करें. हरियाणा सरकार को गिरदावरी करवाकर तुरंत किसानों को मुआजवा राशि देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार के द्वारा नहरों और नालों की समय पर सफाई करवाई गई होती, तो हरियाणा में बाढ़ के कारण लोगों को नुकसान नहीं झेलना पड़ता.

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किसानों की मांगें: सरकार किसानों को तुरंत प्रभाव से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे. जिन किसानों के ट्यूबवैल खराब हुए हैं. उनको अलग से मुआवजा दिया जाए. किसानों और मजदूरों का 1 साल का बिजली बिल माफ किया जाए. किसानों के प्राइवेट और सरकारी बैंक के कर्ज को माफ किया जाए. वहीं जिन किसानों ने पंचायती जमीन ठेके ले रखी है. उनका ठेका माफ किया जाए.

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