फरीदाबाद: यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश की जा रही है. फरीदाबाद से विकास के तीन गुर्गों को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. जिन्हें अदालत में पेश किया गया. अदालत ने इनमें से प्रभात को 24 घंटे के लिए यूपी पुलिस को ट्रांजिट रिमांड पर दिया है. जबकि बाकी दो अंकुर और उसके पिता श्रवण को फरीदाबाद पुलिस की कस्टडी में दिया गया है. इन दोनों ज्यूडिशियल कस्टडी में रखने के आदेश दिए गए हैं.
बता दें कि पुलिस को सूचना मिली थी कि विकास दुबे फरीदाबाद में छुपा है. जिसके बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच, उत्तर प्रदेश एसटीएफ और राजस्थान क्राइम ब्रांच ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया. ऑपरेशन के दौरान विकास दुबे तो पुलिस के हाथ नहीं लगा, लेकिन पुलिस ने उसके तीन साथियों को गिरफ्तार करने में जरूर सफलता हासिल की. गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में एक प्रभात मिश्रा है जो विकास दुबे का भांजा है. इसके अलाला अंकुर विकास दुबे का दोस्त है और श्रणव अंकुर का पिता है.
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यूपी में फायरिंग कर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे अब भी फरार है. बताया जा रहा है कि पुलिस से छुपते हुए विकास दुबे फरीदाबाद आया था. ओयो होटल में रुकने से पहले विकास दुबे न्यू इंदिरा कॉलोनी के मकान नंबर 38 में दो से तीन दिन रुका था. ये विकास दुबे के दोस्त अंकुर का घर है. सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे फरीदाबाद से निकलकर गुरुग्राम भागा है.
विकास दुबे ने की 8 पुलिसकर्मियों की हत्या
गैंगस्टर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने जमकर फायरिंग की थी. इस हमले में डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जिसके बाद पूरे प्रदेश भर में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि विकास दुबे को पुलिस की दबिश की पहले से जानकारी थी. जब पुलिस वहां पहुंची तो विकास दुबे और उसको साथी पूरी तरीके से तैयार थे और उन्हें अपने साथियों को बुलाने का मौका मिल गया. उन्होंने एक नहीं बल्कि आसपास के तीन चार मकानों की छतों से चढ़कर घेराबंदी की थी. जैसे ही पुलिस पार्टी वहां पहुंची, उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया, जिससे पुलिस के पास संभलने तक का वक्त नहीं मिला. एक लाख का इनामी विकास दुबे और उसके गुर्गे ने पेशेवर शूटरों की तरीके से ऊंचाई का भरपूर लाभ उठाते हुए पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया