फरीदाबाद: हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर में भी सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर कौशल को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है. हरियाणा का मोस्टवांटेड गैंगस्टर कौशल कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता भी था. कौशल पर हरियाणा पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था.
कौन है गैंगस्टर कौशल?
गैंगस्टर कौशल अपराध की दुनिया में शिखर तक पहुंचना चाहता था. क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार, गैंगस्टर कौशल दिल्ली-एनसीआर में सिंडिकेट स्थापित करना चाहता था. इसके लिए उसने अंडरवर्ल्ड की तर्ज पर अपनी फौज खड़ी कर ली थी.
इनपुट है कि इस सिंडिकेट में कुल 53 बदमाशों को शामिल किया था, इनमें छह शार्प शूटर थे. उसने अपने काले कारनामों की नींव गुरुग्राम से रखनी शुरू की. कौशल हर उस आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था, जिससे लोगों में उसकी दहशत बनी रहे. उसने गुरुग्राम में कारोबारियों का अपहरण, अमीर लोगों के घरों में लूट और कई हत्याओं को अंजाम दिया.
जब गुरुग्राम से फरीदाबाद में शिफ्ट हुआ कौशल
गैंगस्टर कौशल ने गुरुग्राम में कारोबारियों से हफ्ता भी वसूलना शुरू किया, लेकिन पिछले साल गुरुग्राम के कारोबारियों ने कौशल को हफ्ता देना बंद कर दिया. गुरुग्राम पुलिस की तरफ से कौशल गैंग पर दबाव बनने पर कारोबारियों ने रंगदारी देना बंद कर दिया था.
गैंगस्टर कौशल को गुरुग्राम से रंगदारी मिलनी बंद होने पर उसने फरीदाबाद की ओर रुख किया. उसने फरीदाबाद में धमकी देकर अपना सिक्का जमाना शुरू किया. पुलिस सूत्रों की मानें तो कौशल ने फरीदाबाद में विकास चौधरी को धमकी देने के साथ-साथ कई दूसरे कारोबारियों को भी धमकी दी थी.
फरीदाबाद में शुरू किया आतंक
कौशल ने फरीदाबाद शिफ्ट होने के बाद मार्च महीने से लोगों को धमकी देकर रंगदारी मांगनी शुरू कर दी थी. गैंगस्टर कौशल ने कुछ महीने पहले दो जगह फायरिंग करा-कर 50-50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी.
लेकिन पुलिस की सर्तकता और मुस्तैदी के कारण फायरिंग करने वाले बदमाशों को पकड़ लिया गया और कौशल को रंगदारी नहीं मिल पाई. मार्च से गुरुग्राम पुलिस ने कौशल गैंग पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था. कौशल को रंगदारी देने वालों को भी पुलिस ने संपर्क कर रुपये देने से मना कर दिया.
विकास चौधरी की हत्या के बाद एसआईटी ने संभाली जांच
हरियाणा कांग्रेस के प्रवक्ता विकास चौधरी की फरीदाबाद में हत्या हुई, हत्या में कौशल का नाम आने के बाद से फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर व विकास चौधरी हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी बनाई. एसआईटी के मुखिया संजय कुमार और गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील इसकी लगातार मॉनिटरिंग करते रहे. शुक्रवार की देर रात हरियाणा पुलिस को जानकारी मिली थी कि दुबई पुलिस ने कौशल को राउंडअप कर लिया गया है.
डीजीपी के आदेश पर बनाई गई एसआईटी ने कमान संभाल ली. एसआईटी में इंस्पेक्टर नरेंद्र चौहान मुखबिर से कौशल की जानकारी जुटा रहे थे तो वहीं साइबर एक्सपर्ट आनंद यादव द्वारा तकनीकी मदद से कौशल तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है.
कौशल के खिलाफ जारी किया गया था रेड कॉर्नर नोटिस
हरियाणा पुलिस ने कई मामलों में शामिल होने के चलते फरवरी में गैंगस्टर कौशल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. पुलिस की सूचना के अनुसार कौशल दुबई में था तो हरियाणा पुलिस लगातार दुबई पुलिस के संपर्क में थी.
गुर्गों से मिला था क्लू
पुलिस सूत्रों की मानें तो भोंडसी जेल में बंद गुर्गों से गैंगस्टर कौशल संपर्क में था. सूत्रों के प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके लिंक इतने स्ट्रॉन्ग थे कि जब उसको गुर्गों से बात करनी होती थी, वह कर सकता था.
हालांकि पुलिस को सबसे अहम जानकारी अमित डागर से प्राप्त हुई. अमित डागर को जब गिरफ्तार किया गया था तो उस दौरान उसने खुलासा किया था कि कौशल देश में नहीं है. वह बैंकॉक में है और किसी दूसरे नाम से पासपोर्ट बनवा कर विदेश गया है.