बल्लभगढ़: मंडियों से गेहूं ढुलाई का काम बहुत धीरे चल रहा है. मंडियों में गेहूं (grain market in ballabhgarh) की आवक ज्यादा और ढुलाई कम है. यही वजह है कि हर मंडी में एजेंसियों के कई कट्टे खुले में पड़े हैं. आढ़तियों को अब बारिश या अन्य घटना होने का डर सता रहा है. अनाज मंडी में किसान और आढेति ट्रांसपोर्टर की लापरवाही का परिणाम भुगत रहे हैं. ट्रांसपोर्ट की कमी के चलते अनाज से भरे कट्टो का उठान नहीं हो रहा है. जिसके चलते किसानों को भी पेमेंट नहीं मिल पा रही है.
गेहूं खरीद को चलते हुए अब 17 दिन हो चुके हैं. फरीदाबाद के मोहना और बल्लभगढ़ में करीब 20 हजार कट्टो की लीफिटिंग हुई है. वहीं मंडी में दो लाख के करीब कट्टे अभी भी रखे हुए हैं. जिन किसानों के कट्टों की ढुलाई हो चुकी है, उनका भुगतान हरियाणा वेयर हाउसिग और भारतीय खाद्य निगम ने कर दिया है, जबकि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड ने अभी तक किसी भी किसान को गेहूं का भुगतान नहीं किया है. आढतियों के कहा सरकार के नियमानुसार जब मंडी से अनाज की लिफ्टिंग हो जाती है. उसके बाद किसानों को पेमेंट की जाती है.
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लेकिन जब मंडी से ही अनाज के कट्टो की लिफ्टिंग नहीं हो पा रही है. जिस वजह से किसानों को उनकी पेमेंट समय पर नहीं मिल रही है. पेमेंट ना मिलने से वह दूसरी फसल बोने की तैयारियां नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनको बीज और खाद खरीदना है. आढेतियों ने इसका जिम्मेदार ट्रांसपोर्टर को बताया है. आढेतियों कहा कि ट्रांसपोर्टर के पास पर्याप्त मात्रा में अनाज ढोने के वाहन नहीं है. जिसके वजह से गेहूं की ढुलाई का काम तेजी नहीं आ पा रही है. जिसका खामियाजा हमको और किसानों को भुगतना पड़ता है.
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