फरीदाबाद : दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में आवारा पशु और शहर में पड़ा कूड़ा आम लोगों के लिए रोजाना परेशानियों का कारण बनता जा रहा है. आलम यह है कि फरीदाबाद आवारा पशुओं (Stray Animals In Faridabad) का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. इन पशुओं को उठाने के लिए नगर निगम की ओर से कोई गाड़ी नहीं है. न ही आवारा पशुओं को रखने के लिए गौशाला में कोई जगह है. इसी कारण फरीदाबाद में पशुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है. ये आवारा जानवर कभी सड़क हादसों का कारण बनते हैं तो कभी खुद किसी को मौत के घाट उतार देते हैं.
फरीदाबाद में आवारा पशु (Stray Animal In Faridabd) या तो सड़क किनारे बैठ जाते हैं या सड़कों के बीचो-बीच अपनी ही मस्ती में घूमते रहते हैं. इसकी वजह से आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं ये आवारा पशु अनेकों बार सड़क हादसों का कारण भी बनते हैं. खुले आसमान के नीचे सड़क पर पड़ा कूड़ा परेशानी के साथ प्रदूषण भी बढ़ाता है. इस मामले में नगरवासियों का आरोप है कि अनेकों बार निगम प्रशासन के अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती.
सफाई निरीक्षक का कहना है कि जब भी शिकायत मिलती है तो बिना किसी देरी किये उसका जल्द समाधान किया जाता है. पशुओं को पकड़वाकर विभिन्न गौशालाओं में भी भेजा गया है लेकिन पिछले से गौशाला संचालक कह रहे हैं कि अब गौशाला में और जगह नहीं है जिसकी वजह से पशुओं को काबू करने में परेशानी हो रही है.
बता दें कि मोहना रोड, तिगओं रोड, बाईपास रोड जैसी सड़कें लोगों के लिए लाइफ-लाइन मानी जाती हैं, इन प्रमुख सड़कों पर भी पिछले कई समय से आवारा पशुओं का जमावड़ा बढ़ता ही जा रहा है. इतना ही नहीं, सड़कों के किनारों पर काफी कूड़ा कचरा (Pile of garbage in Faridabad) पड़ा रहता है. इससे आधी सड़क तो यूं ही ब्लॉक हो जाती है. बाकी सड़क पर आवारा पशु भ्रमड़ करते हैं. ऐसे में लोगों के लिए सड़क बचती ही कहां है. इसकी वजह से लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.