तिगांवः हरी विहार स्थित सरकारी डिस्पेंसरी इन दिनों स्थानीय लोगों के लिए महज हाथी के दिखाने वाले दांत ही साबित हो रही है. आलम ये है की अस्पताल में कोई डॉक्टर ही नहीं है, जिसके चलते ना केवल मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बल्कि डॉक्टर की गैरमौजूदगी में फोर्थ क्लास के कर्मचारी मरीजों को दवाई देने का काम कर रहे हैं.
तिगांव के हरी विहार में हालात ये है कि सरकार ने लाखों रूपए खर्च करके यहां डिसपेंसरी तो बना दी लेकिन आज तक यहां के लोगों की समस्या वैसी की वैसी है. डिस्पेंसरी यहां के लोगों के लिए महज दिखावा ही साबित हो रही है.
आपको बता दें कि यहां करीब 2 सप्ताह से अधिक समय हो गया और कोई डॉक्टर ही नहीं है ऐसे में लोग आते तो हैं अपना इलाज कराने लेकिन उन्हें मायूसी के अलावा और कुछ हाथ ही नहीं लगता.