फरीदाबाद: कोरोना संक्रमण ने पहले ही देश में आतंक मचाया हुआ है. अभी तक देश में करीब 67 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं एक लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं, ये आंकड़े बताने के लिए काफी है कि देश कोरोना से कैसे जूझ रहा है, लेकिन अब इससे भी डराने वाली बात सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ये स्थिति आने वाले वक्त में और ज्यादा बिगड़ने वाली है.
बदलते मौसम में ताकतवर हो जाएगा कोरोना
भारत के बहुत बड़े हिस्से में मौसम बदलने लगा है. आने वाले दिनों में खासकर उत्तर भारत में मौसम में जबरदस्त बदलाव होने वाला है. ऐसे में डर इस बात का है कि ठंडी हवाओं के साथ बदलते मौसम की वजह से, कोरोना वायरस अधिक ताकत के साथ तेजी से फैल सकता है.
'इन सर्दियों में 'ट्विंडेमिक' झेलना पड़ेगा'
स्वास्थ्य विभाग इस टर्म को 'ट्विंडेमिक' यानी 'दोहरी महामारी' कहता है. फरीदाबाद बादशाह खान अस्पताल की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर सविता यादव का कहना है कि ठंडी जलवायु और शुष्क हवा में वायरस तेजी से पनपता है. सर्दी के मौसम में कोरोना वायरस लम्बे समय तक जिंदा रहेगा और ज्यादा लोगों को संक्रमित करेगा.
'फ्लू वैक्सीन के कम प्रोडक्शन से होंगी दिक्कतें'
हालांकि डॉ. सविता का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार है, लेकिन उनकी चिंता है कि कोविड वैक्सीन पर ज्यादा जोर देने के चलते कंपनियां अब फ्लू वैक्सीन का कम उत्पादन कर पाएंगी. इसलिए अगर सर्दी में कोविड-19 से मुकाबला करना है तो खास रणनीति पर काम करना होगा. इसके साथ ही डॉक्टर सविता यादव ने आम लोगों को भी इस खतरे बचने के लिए सलाह दिया.
डॉक्टर सविता की सलाह है कि दूसरी महामारी की लहर का मुकाबला करने के लिए कोविड-19 की टेस्टिंग को बढ़ाना चाहिए. सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. सबसे ज्यादा जरूरी है फेस मास्क या फेस कवर पहने बिना बाहर निकलने से बचें.
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