गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में बीपीओ कंपनी में काम करने वाले टैक्सी ड्राइवरों पर भी कोरोना की मार देखने को मिली है. टैक्सी ड्राइवरों का आरोप है कि कंपनी ने बिना किसी नोटिस के सैकड़ों ड्राइवरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिससे अब उनके आगे रोजी रोटी के भी लाले पड़ रहे हैं और अब वो सड़कों पर आ गए हैं,
कंपनी से निकाले जाने के बाद सैकड़ों टैक्सी ड्राइवरों ने कंपनी के गेट के बाहर प्रदर्शन किया. टैक्सी ड्राइवरों का कहना है कि अब परिवार का पालन पोषण करने के लिए उनके पास कोई रोजगार नहीं है और कंपनी ने बिना किसी नोटिस के उनकी गाड़ियों को हटा दिया है. वहीं टैक्सी ड्राइवर सागर का ये भी कहना है कि कपंनी के बाहर तब तक धरना देते रहेंगे तब तक हमारी आवाज को नहीं सुना जाएगा.
वहीं टैक्सी ड्राइवर विकास ने कहा कि कंपनी में गाड़ी लगाने के लिए लोन पर गाड़ी ली थी और अब कंपनी ने बिना किसी नोटिस के बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिससे अब लोन की किश्त देने में और परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है.
नामी कंपनी द्वारा एक ही झटके में सैकड़ों ड्राइवरों को बेरोजगार कर दिया जाता है. दरअसल, इनमें से अधिकतर ऐसे कैब चालक हैं, जिन्होंने भारी-भरकम लोन लेकर गाड़ी सिर्फ इसलिए ली थी ताकि वो गाड़ी से ना ही सिर्फ रोजगार ले सके बल्कि अपनी रोजी-रोटी कमा सके लेकिन अब इनके पास ना तो रोजगार बचा है और ना ही दो वक्त रोटी खाने का कोई जरिया.
कैब चालकों की मानें तो बीते 3 से 4 साल से ये लोग इसी कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन बिना किसी नोटिस दिए कंपनी ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. जिसके बाद ये अपने परिवार के साथ मजबूरन यहां प्रदर्शन कर रहे हैं.
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