चरखी दादरी: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों व लॉकडाउन के बीच जहां शासन-प्रशासन जरूरतमंदों तक हर तरह की मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहा है. वहीं, कोरोना काल में 'खुशियों की दीवार' गरीबों के लिए आगे आई है. 'खुशियों की दीवार' नाम की सामाजिक संस्था जरूरतमंदों को मास्क और खाना वितरीत कर रही है.
स्लम बस्तियों में कोरोना महामारी दस्तक ना दे. इसके लिए संस्था की तरफ से उनको सैनिजाइजर और मास्क वितरीत किया जा रहा है. इसके साथ ही संस्था की तरफ से जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन दिया जा रहा है.
समाजिक कार्यकर्ता संजय रामफल ने करीब पांच साल पहले कोर्ट परिसर में खुशियों की दीवार मंच शुरू किया था. जहां जरूरतमंदों को कपड़े, किताबें व अन्य जरूरी सामान नि:शुल्क दिया जा रहा है. इसके साथ-साथ अब कोरोना काल में मरीज व जरूरतमदों को घर-घर खाना पहुंचा रहे हैं. साथ ही स्लम बस्तियों में कोरोना बचाव से जागरूक करने के साथ-साथ मास्क व सेनेटाइजर भी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
इस संस्था को युवाओं का भी सहयोग मिल रहा है. युवाओं ने खुद ही व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर कोरोना मरीजों तक खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं. युवा खुद से खाना बना रहे हैं और कोरोना गाइडलाइन का पूरा-पूरा पालन करते हुए होम आइसोलेशन में मरीजों तक खाना पहुंचा रहे हैं. बता दें कि ये युवा कोरोनाकाल में एकजुट होकर ना सिर्फ कोरोना मरीजों तक भोजन पहुंचा रहे हैं, बल्कि जरूरतमंदों के लिए मास्क व सेनेटाइजर की भी व्यवस्था भी कर रहे हैं.