हैदराबाद: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और NASA के बीच एक संयुक्त प्रयास के तहत भारत के गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. ISRO ने इसे लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है, जिसमें उसने इस उपलब्धि की घोषणा की.
ISRO ने इस बात की पुष्टि की कि प्राथमिक चालक दल के सदस्य ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और बैकअप चालक दल के सदस्य ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है. 2026 के अंत में निर्धारित गगनयान मिशन भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान है.
🚀 Gaganyaan on a Global Stage 🌏
— ISRO (@isro) November 29, 2024
The initial phase of training for Gaganyatris, part of the historic ISRO-NASA joint mission to the International Space Station, has been successfully completed.
Prime Crew: Group Captain Shubhanshu Shukla
Backup Crew: Group Captain Prasanth…
प्रशिक्षण विवरण और प्रमुख उपलब्धियां
बता दें कि यह प्रारंभिक प्रशिक्षण अगस्त में शुरू हुआ, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को मिशन में उनकी भूमिकाओं के लिए तैयार करने पर केंद्रित रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में ISRO ने कहा कि "कार्यक्रम में मिशन से संबंधित ग्राउंड सुविधा दौरे, लॉन्च अनुक्रमों का अवलोकन, SpaceX सूट फिटिंग सत्र और अंतरिक्ष भोजन परीक्षण शामिल थे. अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की प्रणालियों से भी परिचित कराया गया."
रिपोर्ट के अनुसार, ISRO ने कहा कि "इस चरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अंतरिक्ष में संभावित आपात स्थितियों के लिए सिमुलेशन शामिल था. इस तैयारी के महत्वपूर्ण घटकों के रूप में चिकित्सा आपातकालीन प्रशिक्षण और परिचालन अभ्यास पर प्रकाश डाला गया. कार्यक्रम में मिशन के दौरान आवश्यक दैनिक परिचालन दिनचर्या और संचार प्रोटोकॉल को भी शामिल किया गया."
अगले प्रशिक्षण चरण का फोकस
ISRO द्वारा पुष्टि की गई कि अब अंतरिक्ष यात्री उन्नत प्रशिक्षण के लिए आगे बढ़ेंगे. आगामी चरण में ISS के यू.एस. ऑर्बिटल सेगमेंट के लिए व्यावहारिक मॉड्यूल शामिल होंगे. माइक्रोग्रैविटी में वैज्ञानिक अनुसंधान प्रयोगों और स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर परिचालन प्रशिक्षण पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
आपको बता दें कि गगनयान मिशन मानव अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत का महत्वपूर्ण कदम है. ISRO और NASA के बीच व्यापक प्रशिक्षण मॉड्यूल और सहयोगात्मक प्रयासों के साथ, इस कार्यक्रम को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में देखा जाता है. ISRO के अनुसार, मिशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अंतरिक्ष यात्री कठोर तैयारी कर रहे हैं.