ETV Bharat / state

ग्रीन कॉरिडोर केस में किसानों की हड़ताल जारी, सरकार को दी आर-पार की लड़ाई की चेतावनी

ग्रीन कॉरिडोर 152 डी की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांगों को लेकर हड़ताल जारी है.

-demand-over-green-corridor
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 11:57 AM IST

चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर 152 डी की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांगों को लेकर हड़ताल जारी है. नारनौल से गंगेहड़ी से ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा वृद्धि सहित अनेक मांगों को लेकर प्रदेश में कई स्थानों पर किसानों ने धरना दिया.

7 महीनें से हड़ताल पर बैठे हैं किसान

इसी कड़ी में दादरी जिले के 18 गांवों के किसान पिछले 7 महीनें से गांव रामनगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि उनको उनकी जमीन का उचित मुआवजा मिले और धरने के दौरान अब तक चार किसानों की मौत मामले में उनके आश्रितों को सहायता मिले.

ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहित जमीन की उचित मुआवजा को लेकर मांग तेज, क्लिक कर देखें वीडियो

सरकार दे रही है अनुचित राशि

सरकार इस मामले में किसानों को नियमानुसार मुआवजा देना चाह रही है, जो किसानों को उचित नहीं लग रहा है. हालांकि प्रदेश सरकार जमीन का कलेक्टर रेट भी बढ़ाया गया, इसके बावजूद भी किसानों का कहना है कि ये मुआवजा राशि सही नहीं है.

किसान लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई

किसानों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. धरने की अगुवाई कर रहे किसान नेता विनोद मोड़ी व अनूप खातीवास ने संयुक्त रूप से कहा कि किसान अपनी वाजिब मांगों को पूरा करवाने के लिए 7 महीनें से सड़कों पर बैठे हैं. सरकार ने वादा करने के बाद भी किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि किसान अब चुप नहीं बैठेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे

ये है ग्रीन कॉरिडोर योजना

ग्रीन कॉरिडोर दक्षिण हरियाणा को उत्तर और पूर्व हरियाणा को जोड़ने वाला राजमार्ग है. यह राजमार्ग नारनौल से कुरूक्षेत्र के गंगहेड़ी तक 227 किलोमीटर लम्बा बनाया जाएगा. इस राजमार्ग की चौड़ाई 70 मीटर है और इस मार्ग में 4 लेन होंगे. इस कोरिडोर के बनने से दक्षिण हरियाणा से चंडीगढ़ का सफर कम समय में पूरा होगा.

चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर 152 डी की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांगों को लेकर हड़ताल जारी है. नारनौल से गंगेहड़ी से ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा वृद्धि सहित अनेक मांगों को लेकर प्रदेश में कई स्थानों पर किसानों ने धरना दिया.

7 महीनें से हड़ताल पर बैठे हैं किसान

इसी कड़ी में दादरी जिले के 18 गांवों के किसान पिछले 7 महीनें से गांव रामनगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि उनको उनकी जमीन का उचित मुआवजा मिले और धरने के दौरान अब तक चार किसानों की मौत मामले में उनके आश्रितों को सहायता मिले.

ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहित जमीन की उचित मुआवजा को लेकर मांग तेज, क्लिक कर देखें वीडियो

सरकार दे रही है अनुचित राशि

सरकार इस मामले में किसानों को नियमानुसार मुआवजा देना चाह रही है, जो किसानों को उचित नहीं लग रहा है. हालांकि प्रदेश सरकार जमीन का कलेक्टर रेट भी बढ़ाया गया, इसके बावजूद भी किसानों का कहना है कि ये मुआवजा राशि सही नहीं है.

किसान लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई

किसानों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. धरने की अगुवाई कर रहे किसान नेता विनोद मोड़ी व अनूप खातीवास ने संयुक्त रूप से कहा कि किसान अपनी वाजिब मांगों को पूरा करवाने के लिए 7 महीनें से सड़कों पर बैठे हैं. सरकार ने वादा करने के बाद भी किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि किसान अब चुप नहीं बैठेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे

ये है ग्रीन कॉरिडोर योजना

ग्रीन कॉरिडोर दक्षिण हरियाणा को उत्तर और पूर्व हरियाणा को जोड़ने वाला राजमार्ग है. यह राजमार्ग नारनौल से कुरूक्षेत्र के गंगहेड़ी तक 227 किलोमीटर लम्बा बनाया जाएगा. इस राजमार्ग की चौड़ाई 70 मीटर है और इस मार्ग में 4 लेन होंगे. इस कोरिडोर के बनने से दक्षिण हरियाणा से चंडीगढ़ का सफर कम समय में पूरा होगा.

Intro:ग्रीन कारिडोर का मामला:-
किसान अब पीएम से मिलकर मांगेंगे अपना हक
: धरनारत किसानों ने डीसी के माध्यम से पीएम को लिखा लेटर, मिलने की अनुमति मांगी
: धरनारत किसानों की मुआवजा वृद्धि को लड़ाई जारी रखने का ऐलान
: रोहतक में पीएम से मिलने नहीं दिया तो उसी समय रणनीति बनाकर करेंगे बड़ा आंदोलन
चरखी दादरी। ग्रीन कारिडोर 152 डी की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसान अब रोहतक में प्रधानमंत्री से मिलकर अपना वाजिब हक की मांग करेंगे। इसको लेकर किसानों ने डीसी के माध्यम से पीएम को लेटर भी लिखा है। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर किसानों को रोहतक में पीएम से मिलने नहीं दिया तो प्रदेश भर के किसान उसी समय आर-पार रणनीति बनाते हुए बड़े आंदोलन की घोषणा करेंगे।Body:नारनौल से गंगेहड़ी से ग्रीन कारिडोर की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि सहित अनेक मांगों को लेकर प्रदेश में कई स्थानों पर किसान लगातार धरनारत हैं। इसी कड़ी में दादरी जिले के 18 गांवों के किसान पिछले 7 माह से गांव रामनगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग है कि उनको उनकी जमीन का उचित मुआवजा मिले और धरने के दौरान अब तक चार किसानों की मौत मामले में उनके आश्रितों को सहायता मिले। हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की मांगों को देखते हुए प्रशासन के माध्यम से जमीन का कलेक्टर रेट भी बढ़ाया जा चुका है, बावजूद इसके किसानों का कहना है कि उनको मुआवजा राशि वाजिब नहीं मिल रही है।
गांव रामनगर में धरनारत किसानों ने मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया और सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया। धरने की अगुवाई कर रहे किसान नेता विनोद मोड़ी व अनूप खातीवास ने संयुक्त रूप से कहा कि किसान अपनी वाजिब मांगों को पूरा करवाने के लिए 7 महीनें से सडक़ों पर बैठे हैं। सरकार ने वायदा करने के बाद भी किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया। अब किसान चुप नहीं बैठेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। किसानों ने कहा कि जिला प्रशासन के माध्यम से किसानों का प्रतिनिधिमंडल 8 सितम्बर को रोहतक में प्रधानमंत्री से मिलने के लिए लेटर लिखा है। इस दौरान प्रदेश भर के किसान रोहतक पहुंचेंगे। अगर प्रशासन ने पीएम से नहीं मिलवाया तो रोहतक में ही आर-पार की लड़ाई व बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
विजवल:- 1
धरनास्थल बैनर, धरने पर बैठे किसान, रणनीति बनाते, रोष प्रदर्शन करते व संबोधन के कट शाटस
बाईट:- 2
विनोद मोड़ी, किसान नेताConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.