चरखी दादरी: स्कूल ट्रांसपोर्ट पॉलिसी की स्कूल वाहनों की ओर से किस कदर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ये आप चरखी दादरी में भी देख सकते हैं. यहां एक वैन में बच्चों को ठूंस-ठूंसकर स्कूल ले जाया जाता है. एक सीट पर तीन-तीन बच्चों को बैठाया जाता है. इसके अलावा कई ऑटो और कैब तो कंडम हैं फिर भी उन्हें स्कूल वाहन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.
चैकिंग के दौरान मिली कई खामियां
इस तरफ न तो आरटीए विभाग ध्यान दे रहा है और न ही ट्रैफिक पुलिस, हालांकि पंजाब के लोंगवाल में हुए स्कूली वाहन हादसे में चार बच्चों की मौत के बाद पुलिस प्रशासन सर्तक जरूर हो गया है. इसी के तहत चरखी दादरी ट्रैफिक पुलिस ने भी चैकिंग अभियान चलाकर स्कूल वाहनों में दी जाने वाली सुविधाएं जांची और चालकों को चेतावनी देने के बाद छोड़ दिया गया.
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चैकिंग के दौरान ज्यादातर स्कूल वाहनों में खामियां पाई गई. कुछ स्कूल वाहनों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे मिले तो किसी मैक्सी कैब की अगली सीट पर तीन बच्चे बैठे मिले. वहीं ऑटो में 18 से 20 बच्चे तक बैठे मिले. ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज राजबीर सिंह ने बताया कि पंजाब में स्कूल वैन हादसे के बाद पुलिस सतर्क हो गई है. स्कूल ट्रांसपोर्ट पॉलिसी की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. वहीं जो लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करेंगे उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.