चंडीगढ़: देशभर में दशहरे की धूम देखने को मिल रही है. दशहरे की रौनक को रामलीला और मेले और भी बढ़ा रहे हैं. ऐसे में दशहरे पर एक खास बात चंडीगढ़ में देखने को मिली, जहां पर 221 फीट ऊंचा दुनिया का सबसे बड़ा रावण दहन के लिए रखा गया है. इस रावण को करीब 12 घंटे की मेहनत के बाद खड़ा किया गया है. रावण को खड़ा करने के लिए जहां दो क्रेन और एक जेसीबी मशीन की मदद ली गई, वहीं 150 लोगों को इसमें लगना पड़ा.
15 अप्रैल से शुरू किया गया था इस पुतले का निर्माण, खर्च आया 20 लाख
शिव पार्वती सेवा दल की ओर से बनवाए गए दुनिया के सबसे बड़े रावण को आखिरकार काफी मेहनत के बाद चंडीगढ़ की धनास कॉलोनी के परेड ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया है. दुनिया के इस सबसे ऊंचे रावण को बनाने का काम 15 अप्रैल से शुरू हुआ था. इसमें करीब 20 लाख रुपये का खर्च आया है.
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70 क्विंटल वजन वाले रावण की 50 लोग करेंगे सुरक्षा
करीब 70 क्विंटल वजन वाले इस रावण के पुतले के बेस को सेट करने में ही तीन घंटे का वक्त लग गया. रावण के पुतले की सुरक्षा के लिए चारों तरफ 500 फीट की बाउंड्री तैयार की गई है. इसके अतिरिक्त 40-50 व्यक्ति भी रात में इसकी सुरक्षा करेंगे.
रिमोट से किया जाएगा रावण का दहन
रिमोट के जरिए रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. इस पुतले को तजिंदर चौहान और उनकी टीम ने तैयार किया है. उनका सबसे ऊंचा रावण बनाने को लेकर लिम्का बुक और रिकॉडर्स में नाम दर्ज है. पुतले बनाने के जुनून में वो अपनी साढ़े 12 एकड़ जमीन भी बेच चुके हैं.