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एशियाई चैम्पियनशिप में हरियाणवी छोरों और छोरियों का जलवा, दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर दी बधाई

हरियाणा की पूजा रानी और और अमित पंघाल ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने मुकाबलों में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल जीता तो वहीं विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने ब्रांज मेडल पर कबजा जमाया. उनकी इस उपलब्धि पर रोहतक से मौजूदा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर बधाई दी है.

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Published : Apr 27, 2019, 12:20 PM IST

Updated : Apr 27, 2019, 1:43 PM IST

विनेश फोगाट और साक्षी मलिक

चंडीगढ़: बैंकॉक में हुए एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों ने कुल 13 पदकों पर कब्जा जमाया. टूर्नामेंट के आखिरी दिन हरियाणा की पूजा रानी और अमित पंघाल ने अपने-अपने मुकाबलों में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. तो वहीं एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने ब्रांज मेडल पर कब्जा किया है. इन खिलाड़ियों की जीत पर रोहतक से मौजूदा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर बधाई दी है.

  • एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में पूजा रानी और अमित पंघाल को स्वर्ण पदक और @SakshiMalik और @Phogat_Vinesh को कांस्य पदक जीतने पर बहुत बहुत बधाई !! pic.twitter.com/lWt1tijl9Z

    — Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) April 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़े- एशियाई चैम्पियनशिप: बॉक्सर अमित पंघाल ने जीता स्वर्ण पदक

एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में बड़ा उलटफेर कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. पूजा ने महिलाओं के 81 किलोग्राम भार वर्ग के मुकाबले में विश्व चैंपियन वांग लिन को मात देकर सोने का तमगा जीता. वहीं एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे.

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पूजा रानी और अमित पंघाल

भारत का 81 किलोग्राम भार वर्ग में इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण

पहली बार 81 किलोग्राम भार वर्ग में उतरीं पूजा ने चीन की खिलाड़ी को 4-1 से मात दी. इससे पहले पूजा 75 किलोग्राम भार वर्ग में खेलती थीं. ये भारत का 81 किलोग्राम भार वर्ग में इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण पदक भी है.

भिवानी की इस खिलाड़ी का ये इस टूर्नामेंट में कुल तीसरा पदक है. इससे पहले वो 2012 में रजत और 2015 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.वहीं अमित पंघाल ने 52 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में कोरिया के किम इनक्यू को 5-0 से मात दी. पंघाल पहली बार 52 किलोग्राम भार वर्ग में खेल रहे थे. इससे पहले वे 49 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते थे.

पंघाल ने बेहतरीन ताकत और तकनीक का परिचय देते हुए जीत हासिल की. एशियन चैंपियनशिप में पंघाल का ये दूसरा पदक है. 2017 में उन्होंने कांस्य पदक जीता. इस टूर्नामेंट से पहले उन्होंने फरवरी में स्ट्रेंजा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता था.हालांकि अमित और पूजा को छोड़कर भारत को चार और फाइनल मुकाबलों में रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने जीता ब्रांज

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया. वहीं ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने भी अपने भार वर्ग में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. विनेश अपने 50 किलोग्राम भारवर्ग में बदलाव कर पहली बार इस टूर्नामेंट में उतरी थीं.

vinesh phogat
विनेश फोगाट

एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट और रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने शुक्रवार को चीन के जियान में जारी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किए हैं.

विनेश फोगाट ने अपने भार वर्ग में बदलाव किया

50 किलोग्राम भार वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले विनेश ने अपने भार वर्ग में बदलाव किया था और वो इस चैंपियनशिप में 53 किलोग्राम भार वर्ग में उतरी थीं. उन्हें क्वार्टर फाइनल में जापान की मायु मुकाइदा ने 10-0 से हरा दिया था लेकिन विनेश को रेपचेज राउंड खेलने का मौका मिला.

इस मौके को भारतीय खिलाड़ी ने जाने नहीं दिया और चीनी ताइपे की जो जिह को 6-0 से परास्त किया. वहीं कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की किआनयू पांग को साक्षी ने 8-1 से मात दी. इस जीत के बाद विनेश ने कहा,"मैं काफी लंबे समय बाद 53 किलोग्राम भार वर्ग में खेल रही थी. मैं पदक का रंग बदल पाती तो अच्छा होता, लेकिन फिर भी मैं कांस्य पदक से खुश हूं."वहीं, साक्षी ने 62 किलोग्राम भार वर्ग में उत्तरी कोरिया की ह्योन ग्योंग मुन को कड़े मुकाबले में 9-6 से हराया. इससे पहले क्वालिफिकेशन में उन्होंने थी मय हांह को मात दी थी.

क्वार्टर फाइनल में साक्षी को झेलनी पड़ी थी हार

क्वार्टर फाइनल में साक्षी को जापान की युकाको कावाई से 0-5 से हार झेलनी पड़ी थी. इसके बाद प्लेऑफ में उन्होंने कोरिया की जियाए चोई को 11-0 से हराया और कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई जहां मुन को मात देने में वो सफल रहीं.

sakshi malik
साक्षी मलिक

मैच के बाद साक्षी ने कहा,"मैंने बीते साल जो पदक जीता था उसे बचाकर मैं खुश हूं. मुझे लगता है कि मैं इससे बेहतर कर सकती थी. ये मेरे लिए आत्मविश्वास हासिल करने के लिए लिहाज से अच्छा है. इससे मुझे विश्व चैंपियनशिप में मदद मिलेगी".

चंडीगढ़: बैंकॉक में हुए एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों ने कुल 13 पदकों पर कब्जा जमाया. टूर्नामेंट के आखिरी दिन हरियाणा की पूजा रानी और अमित पंघाल ने अपने-अपने मुकाबलों में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. तो वहीं एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने ब्रांज मेडल पर कब्जा किया है. इन खिलाड़ियों की जीत पर रोहतक से मौजूदा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर बधाई दी है.

  • एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में पूजा रानी और अमित पंघाल को स्वर्ण पदक और @SakshiMalik और @Phogat_Vinesh को कांस्य पदक जीतने पर बहुत बहुत बधाई !! pic.twitter.com/lWt1tijl9Z

    — Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) April 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़े- एशियाई चैम्पियनशिप: बॉक्सर अमित पंघाल ने जीता स्वर्ण पदक

एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में बड़ा उलटफेर कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. पूजा ने महिलाओं के 81 किलोग्राम भार वर्ग के मुकाबले में विश्व चैंपियन वांग लिन को मात देकर सोने का तमगा जीता. वहीं एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे.

won game
पूजा रानी और अमित पंघाल

भारत का 81 किलोग्राम भार वर्ग में इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण

पहली बार 81 किलोग्राम भार वर्ग में उतरीं पूजा ने चीन की खिलाड़ी को 4-1 से मात दी. इससे पहले पूजा 75 किलोग्राम भार वर्ग में खेलती थीं. ये भारत का 81 किलोग्राम भार वर्ग में इस टूर्नामेंट में पहला स्वर्ण पदक भी है.

भिवानी की इस खिलाड़ी का ये इस टूर्नामेंट में कुल तीसरा पदक है. इससे पहले वो 2012 में रजत और 2015 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.वहीं अमित पंघाल ने 52 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में कोरिया के किम इनक्यू को 5-0 से मात दी. पंघाल पहली बार 52 किलोग्राम भार वर्ग में खेल रहे थे. इससे पहले वे 49 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते थे.

पंघाल ने बेहतरीन ताकत और तकनीक का परिचय देते हुए जीत हासिल की. एशियन चैंपियनशिप में पंघाल का ये दूसरा पदक है. 2017 में उन्होंने कांस्य पदक जीता. इस टूर्नामेंट से पहले उन्होंने फरवरी में स्ट्रेंजा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता था.हालांकि अमित और पूजा को छोड़कर भारत को चार और फाइनल मुकाबलों में रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने जीता ब्रांज

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में विनेश फोगाट ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया. वहीं ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने भी अपने भार वर्ग में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. विनेश अपने 50 किलोग्राम भारवर्ग में बदलाव कर पहली बार इस टूर्नामेंट में उतरी थीं.

vinesh phogat
विनेश फोगाट

एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट और रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने शुक्रवार को चीन के जियान में जारी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किए हैं.

विनेश फोगाट ने अपने भार वर्ग में बदलाव किया

50 किलोग्राम भार वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले विनेश ने अपने भार वर्ग में बदलाव किया था और वो इस चैंपियनशिप में 53 किलोग्राम भार वर्ग में उतरी थीं. उन्हें क्वार्टर फाइनल में जापान की मायु मुकाइदा ने 10-0 से हरा दिया था लेकिन विनेश को रेपचेज राउंड खेलने का मौका मिला.

इस मौके को भारतीय खिलाड़ी ने जाने नहीं दिया और चीनी ताइपे की जो जिह को 6-0 से परास्त किया. वहीं कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की किआनयू पांग को साक्षी ने 8-1 से मात दी. इस जीत के बाद विनेश ने कहा,"मैं काफी लंबे समय बाद 53 किलोग्राम भार वर्ग में खेल रही थी. मैं पदक का रंग बदल पाती तो अच्छा होता, लेकिन फिर भी मैं कांस्य पदक से खुश हूं."वहीं, साक्षी ने 62 किलोग्राम भार वर्ग में उत्तरी कोरिया की ह्योन ग्योंग मुन को कड़े मुकाबले में 9-6 से हराया. इससे पहले क्वालिफिकेशन में उन्होंने थी मय हांह को मात दी थी.

क्वार्टर फाइनल में साक्षी को झेलनी पड़ी थी हार

क्वार्टर फाइनल में साक्षी को जापान की युकाको कावाई से 0-5 से हार झेलनी पड़ी थी. इसके बाद प्लेऑफ में उन्होंने कोरिया की जियाए चोई को 11-0 से हराया और कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई जहां मुन को मात देने में वो सफल रहीं.

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साक्षी मलिक

मैच के बाद साक्षी ने कहा,"मैंने बीते साल जो पदक जीता था उसे बचाकर मैं खुश हूं. मुझे लगता है कि मैं इससे बेहतर कर सकती थी. ये मेरे लिए आत्मविश्वास हासिल करने के लिए लिहाज से अच्छा है. इससे मुझे विश्व चैंपियनशिप में मदद मिलेगी".

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Last Updated : Apr 27, 2019, 1:43 PM IST
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