चंडीगढ़: वेंडर्स ने एक बार फिर से प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शहर के सैकड़ों वेंडर्स ने प्रशासन के खिलाफ विरोध किया. ये वंडर्स सेक्टर-22 की मार्केट में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को इन वेंडर्स ने प्रशासन के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया.
इन वेंडर्स का कहना है कि चंडीगढ़ प्रशासन ने उनकी रोजी रोटी छीन ली है और उन्हें पूरी तरह से बेरोजगार कर दिया है. अब उन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है. जिसकी वजह से सभी वेंडर्स प्रदर्शन करने को मजबूर हैं.
इस बारे में ओल्ड वेंडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन नरेश कुमार गोयल ने बताया किस शहर में साल 2014 में वेंडर एक्ट लागू हुआ था. जिसके बाद वेंडर्स के लाइसेंस बनाए गए. साल 2017 में वेंडर्स से फीस भी ली गई. सभी वेंडर्स ने नए नियमों के हिसाब से अपने लाइसेंस बनवाए और उसके लिए हर महीने फीस भी भरी.
इसके बाद प्रशासन ने सभी वंडर्स को शिफ्ट करके अलग-अलग सेक्टर्स में भेज दिया. सभी वंडर्स अधिकारियों के कहने पर अलग सेक्टर्स में चुपचाप शिफ्ट हो गए और पिछले ढाई महीनों से वहीं पर अपनी दुकानदारी चलाने की कोशिश कर रहे हैं.
वेंडर्स का आरोप है कि जहां पर उन्हें शिफ्ट किया गया है. वहां पर ग्राहकों के ना होने की वजह से उनका काम बिल्कुल खत्म हो गया है. उनकी भूखे मरने की नौबत आ गई है. वेंडर्स को दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल रही और वो अपना घर चलाने में पूरी तरह से असमर्थ हो चुके हैं.
जिसके बाद वेंडर्स ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की, लेकिन उन्हें इस समस्या के समाधान के लिए कोई आश्वासन नहीं दिया गया. जिससे मजबूर होकर अब प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर बैठ गए हैं और जब तक प्रशासन उनकी समस्याओं को सुलझा नहीं लेता. तब तक ये विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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चंडीगढ़ के वंडर्स पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों को लेकर प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. अब देखना होगा कि इस विरोध के बाद प्रशासन इन वेंटर्स के लिए क्या कदम उठाता है.