चंडीगढ़: भारत की जंग कोरोना से जारी है. कोरोना वॉरियर्स सबसे आगे होकर देशवासियों को इस महामारी से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. कई कोरोना वॉरियर्स ऐसे भी हैं जो इस दौरान खुद कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही मामला चंडीगढ़ से सामने आया था, जहां जीएमसीएच 32 अस्पताल में काम करने वाले एक नर्सिंग कर्मी और एक सफाई कर्मी कोरोना संक्रमित मिले थे.
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दोनों को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती किया गया था, जहां 15 दिन के बाद इन्होंने अब कोरोना से जंग जीत ली है. कोरोना से ठीक होने के बाद दोनों कर्मियों को अब चंडीगढ़ पीजीआई से छुट्टी मिल गई है. फिलहाल दोनों कर्मी अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उन्हें 14 दिन के आइसोलेशन में रखा गया है.
कोरोना से जंग जीतने वाले नर्सिंग स्टाफ हरीश चंद्रा और सफाई कर्मचारी विक्रम ने ईटीवी भारत से बातचीत की. नर्सिंग स्टाफ हरीश चंद्रा ने बताया कि कोरोना की चपेट में आना और उसके बाद ठीक हो कर घर वापस जाना उनके लिए एक अलग अनुभव रहा, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. उन्होंने कहा कि ये एक मुश्किल वक्त था जो अब निकल चुका है.
उन्होंने बताया कि इस दौरान उनके साथियों और परिवार का उन्हें पूरा सहयोग मिला. सब लोगों ने मिलकर उनका पूरा ध्यान रखा. डॉक्टर्स ने उन्हें बेहतरीन इलाज दिया, जिसके लिए वो सभी का शुक्रिया अदा करते हैं. उन्हीं की बदौलत वो दो हफ्तों में स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं.
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वहीं जीएमसीएच 32 में ही काम करने वाले सफाई कर्मचारी विक्रम ने कहा कि वो अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं. 14 दिन होम क्वारंटीन रहने के बाद वो दोबारा ड्यूटी पर आ जाएंगे. हम सब मरीजों की सेवा और देखभाल में दिन रात लगे रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद कई ऐसी खबरें सामने आती है कि कोरोना वॉरियर्स पर हमला हो रहा है, जिसे सुनकर दुख होता है. लोगों से वो यही अपील करते हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग करें.