अंबाला: एंटी नारकोटिक्स सेल के एसआई संदीप शर्मा की बहादुरी जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. भयानक एक्सीडेंट में घायल होने के बावजूद नशा तस्कर को उन्होंने भागने नहीं दिया. अपनी जान की परवाह किए बगैर संदीप शर्मा ने नशा तस्कर को काबू किया. फिलहाल उनका उपचार एक निजी अस्पताल में जारी है. उनके परिवार ने सरकार से संदीप शर्मा के लिए ब्रेवरी अवार्ड की मांग की है.
नशे पर लगाम लगाने के लिए हरियाणा एंटी नारकोटिक्स सेल इन दिनों विशेष अभियान चलाए हुए है. आए दिन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जाता है. कई बार इन तस्करों को गिरफ्तार करने में पुलिस को अपनी जान भी जोखिम में डालनी पड़ती है. ऐसा ही एक मामला अंबाला से भी सामने आया जहां पर SI संदीप शर्मा ने अपनी जान की परवाह किए बिना नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके बाद से उनकी बहादुरी के चर्चे हर जगह पर है.
हादसे के बाद भाग रहा था आरोपी : दरअसल साल 2023 में संदीप शर्मा ने नशा तस्करी का एक मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोपी ने अन्य आरोपियों के नाम लिए. उस आरोपी पर पुलिस ने इनाम भी रखा हुआ था, जिसे गिरफ्तार करने के लिए हाल ही में संदीप शर्मा अपनी टीम के साथ उत्तर प्रदेश की तरफ रवाना हुए और नशा तस्कर को गिरफ्तार करके वापस लौट रहे थे. इस बीच नेशनल हाईवे पर अचानक एक ट्रक सामने आ जाने की वजह से उनकी कार की ट्रक से भीषण टक्कर हो गई. इस हादसे में सभी पुलिस वाले घायल हो गए. इसी का फायदा उठाते हुए आरोपी वहां से भागने लगता है, लेकिन अपनी चोट की परवाह किए बिना संदीप शर्मा ने गाड़ी का शीशा तोड़कर गाड़ी से बाहर निकले और आरोपी को काबू किया. इस दौरान उनके सिर पर गंभीर चोटे आई और टांग में फ्रैक्चर भी आ गया. फिलहाल एक निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है.
बेटे ने पिता के लिए की ब्रेवरी अवार्ड की मांग : उनके इस बहादुरी को देखते हुए उनके परिवार भी उन पर पूरा गर्व महसूस कर रहा है. संदीप के बेटे ने बताया कि उन्हें उनके पिता पर काफी गर्व है. साल 2004 में भी उनके पिता ने बाढ़ में कई लोगों की जान बचाई थी. बेटे ने अपने पिता के लिए सरकार से मांग करते हुए कहा है कि संदीप शर्मा को ब्रेवरी अवार्ड से सम्मानित किया जाना चाहिए. वहीं संदीप शर्मा ने चोटिल होने के बावजूद यह बात कही है कि या तो नशा तस्कर जिले में यह तस्करी छोड़ दे या फिर उन जैसे दबंग पुलिस वाले उनको नशा बेचने नहीं देंगे.
नशा तस्करों को दी चेतावनी : इस बीच, एंटी नारकोटिक्स सेल के SI संदीप शर्मा की नशा तस्करों को चेतावनी दी है कि हरियाणा में रहना है तो नशा तस्करी छोड़ दो, अन्यथा हरियाणा छोड़ दो. जिस प्रकार से एक्सीडेंट होने और घायल होने के बावजूद SI संदीप शर्मा ने बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए नशा तस्कर को भागने नहीं दिया, उनकी बहादुरी के चर्चे आजकल चारों और है.
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