चंडीगढ़: हरियाणा एक दशक से पंजाब सरकार से सतलुज यमुना लिंक नहर के पानी की मांग करता आ रहा है. पंजाब व हरियाणा दोनों राज्यो में कई सरकारें आईं और गई, लेकिन मामला यूंही लटका रहा है. पंजाब की पिछली अकाली और भाजपा सरकार ने विधानसभा में एसआईएल के बिल को डी नोटिफाई कर प्रदेश में नहर की जमीन किसानों को लौटा दी थी.
जिस का हरियाणा की भाजपा सरकार ने खूब विरोध किया था. अब जब हरियाणा में भाजपा और अकाली दल का लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन हो गया है तो एक बार फिर यह मुद्दा जोर शोर से उठ सकता है. इस गठबंधन के विषय पर जब इंडियन नेशनल लोक दल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरदार प्रकाश सिंह बादल ओम प्रकाश चौटाला देवीलाल के परिवारिक संबंध होने के बावजूद प्रदेश की भलाई को देखते हुए इनेलो ने अकाली दल से अपने राजनीतिक संबंध तोड़ लिए थे. इस मुद्दे पर बोलते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अकाली दल ने बिना किसी शर्त के भाजपा दिया है. एसवाईएल की लड़ाई हम लड़ते रहेंगे.
भाजपा और अकाली गठबंधन पर बोलते हुए इंडियन नेशनल लोक दल के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि अकाली दल के साथ रिश्तों पर सरदार प्रकाश सिंह बादल ओम प्रकाश चौटाला देवीलाल के परिवारिक संबंध से इनकार नहीं किया जा सकता. अकाली दल से जहां तक राजनीतिक संबंधों की बात है. 2016 में जब अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पंजाब विधानसभा में एक एक्ट पास किया था.
एसवाईएल नहर को डिनोटिफाई करने का जिस के बाद इंडियन नेशनल लोक दल की घोषणा कर दी थी कि हमारे अकाली दल से राजनीति रिश्ते खत्म हैं. अब अकाली दल हरियाणा में किस से गठबंधन करें, किसको समर्थन दें, यह उनका निजी मामला है, इंडियन नेशनल लोक दल और अकाली दल के रिश्ते 2016 के बाद बिल्कुल नहीं रहे हैं.
वहीं हरियाणा के स्वथ्य मंत्री अनिल विज ने इस गठबंधन पर कहा कि अच्छी बात है कि अकाली दल ने बिना शर्त हमारे साथ गठबंधन किया है.एसवाईएल के मुद्दे पर हम अपनी बात पर कायम हैं. एसवाईएल का पानी हरियाणा प्रदेश को मिलना चाहिए. पानी की लड़ाई तो हम लड़ते ही रहेंगे. हमने अपना स्टैंड नहीं बदला है. हमारा वही पुराना स्टैंड कायम है.