चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने मंगलवार को हरियाणा निवास में सभी जिला अतिरिक्त उपायुक्तों के साथ परिवार पहचान पत्र को लेकर बैठक की. इस बैठक में परिवार पहचान पत्र को आमजन तक कैसे पहुंचाया जाए और इस कार्य को कैसे जल्द पूरा किया जाए इसको लेकर विस्तार से चर्चा हुई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की यह अहम योजना है. इस योजना के तीसरे चरण की वेरिफिकेशन का कार्य पूरा हो चुका है. जबकि चौथे चरण में भी वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है. इसमें 75 हजार से 1 लाख परिवारों को चिन्हित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अभी तक करीब 1.5 लाख परिवारों को वेरिफाइड किया जा चुका है जिनकी आय कम हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय परिवार योजना के पहले चरण में जो मेले लगाए थे, इसमें करीब 90 हजार परिवारों ने भाग लिया. जिसमें से 14 हजार परिवारों को लोन सेंक्शन किये जा चुके हैं और उनके लोन को पास करने की प्रक्रिया चल रही है. वहीं दूसरे चरण के अंत्योदय मेलों का आरंभ 7 जनवरी से शुरू होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि विभिन्न विभागों की कुछ और नई योजनाओं को भी इसमें शामिल किया जाए.
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गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नवंबर में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना (Antyodaya Parivar Utthan Yojana Haryana) की घोषणा की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि हर किसी को नौकरी उपलब्ध करवाना कठिन काम है. इसलिए 1 लाख तक वार्षिक आय वालों के लिए ये योजना शुरू की गई है. योजना का लक्ष्य शुरू में गरीब परिवार की वार्षिक आय कम से कम 1 लाख रुपये और बाद में 1.80 लाख रुपये सुनिश्चित करना है. प्रदेश में 3 लाख 15 हजार परिवार ऐसे हैं, जिनकी आय 1 लाख रुपए है. इस योजना के तहत पहले चरण में 29 नवंबर से 25 दिसम्बर तक ये कार्यक्रम हर जिले में आयोजित किये गए.
वहीं हेल्थ इंडेक्स की रैंकिंग में हरियाणा की बेहतर परफॉरमेंस को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार लगातार जमीनी स्तर पर कार्य करने पर जोर दे रही है. हम बाकी पड़ोसी राज्यों की तरह प्रचार प्रसार पर जोर नहीं दे रहे और सरकार का लक्ष्य लोगों को अच्छा शासन देना है. बता दें कि, नीति आयोग (NITI Aayog Health Index 2021) ने सोमवार को राज्य स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया है. जिसमें केरल और तमिलनाडु क्रमशः पहले और दूसरे पायदान पर हैं. इस सूची में हरियाणा 11वें नंबर पर है.
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