चंडीगढ़: पीजीआई में हर साल लाखों मरीज इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं. अधिकतर मरीज पड़ोसी राज्यों से चंडीगढ़ पीजीआई के लिए रेफर कर दिए जाते हैं. कोरोना के चलते अब रेफर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, क्योंकि जिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज पड़ोसी राज्यों के अस्पतालों में किया जा रहा है. वहां से बहुत से मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई भेज दिया जाता है और इसके लिए चंडीगढ़ पीजीआई से परमिशन नहीं ली जाती.
इस मुद्दे को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई निदेशक प्रोफेसर जगत राम ने हरियाणा पंजाब और चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक खास बैठक की. जिसमें उन्होंने इस मुद्दे को उठाया. प्रोफेसर जगत राज ने बताया की चंडीगढ़ पीजीआई वैसे तो रेफरल सिस्टम पर काम करता है.
उन्होंने बताया कि ऐसे मरीज जिनका पड़ोसी राज्यों या वहां के अस्पतालों में इलाज नहीं हो पाता उन्हें बेहतर इलाज के लिए चंडीगढ़ पीजीआई में भेज दिया जाता है, लेकिन समस्या तब आती है जब पीजीआई की जानकारी के बिना ही मरीजों को यहां भेज दिया जाता है, क्योंकि हर मरीज का इलाज करने के लिए पहले से व्यवस्था करनी पड़ती है.
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कोविड के चलते कोरोना के मरीजों में काफी इजाफा हो रहा है. पीजीआई में भी बहुत से मरीज भर्ती हैं. इस दौरान दूसरे राज्यों से भी मरीजों को पीजीआई भेज दिया जाता है और पीजीआई को पहले से इसकी जानकारी नहीं दी जाती. इस सिस्टम में सुधार के लिए पड़ोसी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की गई है.
उन्होंने बताया कि इस सिस्टम जरूरी बदलाव किए जाएंगे. जिसमें सबसे जरूरी ये है कि जो भी मरीज पड़ोसी राज्य से पीजीआई रेफर किए जाएं. उसकी जानकारी पहले पीजीआई को दी जाए और संबंधित मरीज की स्थिति के बारे में बताया जाए. इसके बाद ही उस मरीज को पीजीआई भेजा जाए, ताकि मरीज के लिए पहले से सभी व्यवस्था की जा सकें और मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं.