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चंडीगढ़ पहुंचे नीति आयोग के सदस्य, डॉक्टरों और दवाइयों की कमी पर जताई चिंता - प्रोफेसर विनोद के. पॉल चंडीगढ़

प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की कमी पर बहुत तेजी से काम कर रही है. सरकार का लक्ष्य है कि अगले कुछ सालों में मेडिकल कॉलेजों में 20 से 30 हजार सीटें बढ़ा दी जाएंगी, जिससे डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में काफी सहायता मिलेगी.

चंडीगढ़ पहुंचे नीति आयोग के सदस्य
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Published : Feb 26, 2020, 3:48 PM IST

चंडीगढ़: बुधवार को नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के. पॉल चंडीगढ़ पहुंचे. यहां चंडीगढ़ पीजीआई में उन्होंने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि इस समय देश में डॉक्टरों की काफी कमी है. सरकारी अस्पतालों में हजारों सीटें खाली पड़ी हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा किया जाएगा.

प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने कहा कि सरकार इस पर बहुत तेजी से काम कर रही है. सरकार का लक्ष्य है कि अगले कुछ सालों में मेडिकल कॉलेजों में 20 से 30 हजार सीटें बढ़ा दी जाएंगी, जिससे डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में काफी सहायता मिलेगी.

चंडीगढ़ पहुंचे नीति आयोग के सदस्य

इसके अलावा उन्होंने देश में दवाइयों की कमी और महंगी दवाइयों को लेकर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि बहुत सी बीमारियां ऐसी हैं जो जानलेवा होती हैं और विडंबना ये है कि उन बीमारियों के लिए दवाइयां बहुत महंगी आती हैं. जो सबकी पहुंच में नहीं है, इसलिए सरकार दवाइयों के रेट कम करने और उसे सबकी पहुंच तक लाने के लिए काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार को दवाइयों की उपलब्धता बढ़ाने के साथ-साथ दवाइयों के मूल्य का भी ध्यान रखना है. साथ ही दवा बनाने वाली कंपनियों के साथ भी सामंजस्य बढ़ाना है, ताकि महंगी दवाइयां आम आदमी की पहुंच में भी हो सके और उससे दवा बनाने वाली कंपनियों को कोई नुकसान भी ना हो.

ये भी पढ़िए: हरियाणा बजट: मनोहर सरकार से कुछ खास उम्मीदें लगाए बैठा है युवा

प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने कहा कि सरकार ने सस्ती दवाइयों के लिए देश में एक लाख से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले हैं. यहां पर मिलने वाली दवाइयां सस्ती हैं और महंगी दवाइयों के समान ही कारगर भी हैं, इसलिए लोग जितना हो सके दवाइयों को जन औषधि केंद्र से ही खरीदें.

चंडीगढ़: बुधवार को नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के. पॉल चंडीगढ़ पहुंचे. यहां चंडीगढ़ पीजीआई में उन्होंने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि इस समय देश में डॉक्टरों की काफी कमी है. सरकारी अस्पतालों में हजारों सीटें खाली पड़ी हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा किया जाएगा.

प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने कहा कि सरकार इस पर बहुत तेजी से काम कर रही है. सरकार का लक्ष्य है कि अगले कुछ सालों में मेडिकल कॉलेजों में 20 से 30 हजार सीटें बढ़ा दी जाएंगी, जिससे डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में काफी सहायता मिलेगी.

चंडीगढ़ पहुंचे नीति आयोग के सदस्य

इसके अलावा उन्होंने देश में दवाइयों की कमी और महंगी दवाइयों को लेकर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि बहुत सी बीमारियां ऐसी हैं जो जानलेवा होती हैं और विडंबना ये है कि उन बीमारियों के लिए दवाइयां बहुत महंगी आती हैं. जो सबकी पहुंच में नहीं है, इसलिए सरकार दवाइयों के रेट कम करने और उसे सबकी पहुंच तक लाने के लिए काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार को दवाइयों की उपलब्धता बढ़ाने के साथ-साथ दवाइयों के मूल्य का भी ध्यान रखना है. साथ ही दवा बनाने वाली कंपनियों के साथ भी सामंजस्य बढ़ाना है, ताकि महंगी दवाइयां आम आदमी की पहुंच में भी हो सके और उससे दवा बनाने वाली कंपनियों को कोई नुकसान भी ना हो.

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प्रोफेसर विनोद के. पॉल ने कहा कि सरकार ने सस्ती दवाइयों के लिए देश में एक लाख से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले हैं. यहां पर मिलने वाली दवाइयां सस्ती हैं और महंगी दवाइयों के समान ही कारगर भी हैं, इसलिए लोग जितना हो सके दवाइयों को जन औषधि केंद्र से ही खरीदें.

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